इस्लामाबाद, पाकिस्तान. जमीयत उलेमा-ए इस्लाम-फजल (जेयूआई-एफ) ने स्थानीय मीडिया के अनुसार, खैबर पख्तूनख्वा के उत्तरी वजीरिस्तान में अपने स्थानीय नेताओं की हत्या और जिले में अराजकता के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया है. जमीयत उलेमा-ए-इस्लाम-फजल और अन्य राजनीतिक दलों के कार्यकर्ताओं ने रविवार को ईदेक गांव में अराजकता के विरोध में धरना जारी रखा.
डॉन अखबार ने बताया कि उन्होंने जेयूआई-एफ नेताओं कारी समीउद्दीन, हाफिज नौमान और अन्य के हत्यारों की जल्द गिरफ्तारी की मांग की. डॉन के अनुसार, स्थानीय लोगों और अधिकारियों ने कहा कि जेयूआई-एफ नेता कारी समीउद्दीन और उनके सहयोगी हाफिज नुमान डावर ईदेक गांव में अपने घर जा रहे थे, तभी 14 जुलाई को उत्तरी वजीरिस्तान के मिराली शहर के पास बिची रोड पर उनकी कार पर घात लगाकर हमला किया गया था.
बदमाशों ने दोनों को गोली मार दी, जिससे उनकी मौके पर ही मौत हो गई. नेता के परिजनों ने बताया कि कारी सामी का किसी से कोई झगड़ा नहीं था. पिछले एक सप्ताह के दौरान अशांत जिले में जेयूआई-एफ नेतृत्व पर यह दूसरा लक्षित हमला था. सोमवार को कुछ अज्ञात बंदूकधारियों ने निर्वाचित पार्षद मलिक मुर्तजा की हत्या कर दी, जो ईदक गांव का ही था. वह स्थानीय निकाय चुनाव के दूसरे चरण के दौरान पार्षद चुने गए थे.
कारी सामी जेयूआई-एफ के मिराली उपखंड के प्रमुख थे. उन्होंने पीके-111 से पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़ा था. डॉन की रिपोर्ट के अनुसार, उन्होंने स्थानीय राजनीति में सक्रिय रूप से भाग लिया, अक्सर जिले में कानून और व्यवस्था की स्थिति से निपटने के लिए प्रशासन और कानून प्रवर्तन एजेंसियों की आलोचना की, विशेष रूप से लक्षित हत्याएं. पाकिस्तानी सेना के जनरल ऑफिसर कमांडिंग मेजर जनरल नईम अख्तर ने हत्या की निंदा की. उन्होंने न्याय की सेवा करने की कसम खाई और कारी सामी को क्षेत्र में शांति के लिए एक मजबूत आवाज करार दिया.