कोई नहीं चाहता अफगानिस्तान आतंक का ब्रीडिंग ग्राउंड बनेः ब्रिटिश पीएम

Story by  राकेश चौरासिया | Published by  [email protected] | Date 16-08-2021
 बोरिस जॉनसन
बोरिस जॉनसन

 

लंदन. ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने रविवार को कहा कि अफगानिस्तान से बाहर निकलने के अमेरिका के फैसले से वहां के हालात बेहद तेजी से बदले. उन्होंने कहा कि कोई भी नहीं चाहता कि अफगानिस्तान आतंकवाद के लिए एक ब्रीडिंग ग्राउंड बन जाए.

समाचार एजेंसी सिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, जॉनसन ने रविवार दोपहर अफगानिस्तान की स्थिति पर चर्चा के लिए एक आपात बैठक की अध्यक्षता करने के बाद यह टिप्पणी की.

तालिबान ने रविवार को अपने सदस्यों को अफगानिस्तान की राजधानी काबुल में प्रवेश करने का आदेश दिया.

तालिबान के प्रवक्ता जबीहुल्ला मुजाहिद ने एक बयान में कहा कि इस कदम का उद्देश्य राजधानी में व्यवस्था बनाए रखना है.

अफगानिस्तान में तेजी से विकसित हो रही स्थिति पर सरकार की प्रतिक्रिया पर बहस करने के लिए ब्रिटिश संसद को बुधवार को उनके ग्रीष्मकालीन अवकाश से वापस बुलाया जाएगा.

ब्रिटिश नागरिकों और स्थानीय दुभाषियों को निकालने में मदद के लिए ब्रिटेन ने अफगानिस्तान में 600सैनिकों को तैनात किया है.

ब्रिटिश रक्षा मंत्री बेन वालेस ने शुक्रवार को कहा कि अफगानिस्तान से अपने सैन्य बलों को वापस बुलाने का अमेरिका का फैसला एक ‘गलती’ है, जिसने देश में तालिबान को श्गतिश् प्रदान की है.

 

1 मई से अमेरिकी नेतृत्व वाले सैनिकों की तेजी से वापसी शुरू होने के बाद से युद्धग्रस्त देश में हालात बिगड़ते जा रहे हैं. अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने अमेरिकी सेना को इस महीने के अंत तक अफगानिस्तान में अपने मिशन को समाप्त करने का आदेश दिया है.