अविश्वास प्रस्तावः पाकिस्तान में खुलेआम चीन दखलंदाजी शुरू, चीनी राजनयिक नेताओं से मिले

Story by  राकेश चौरासिया | Published by  [email protected] | Date 14-03-2022
इमरान खान और शी जिनपिंग
इमरान खान और शी जिनपिंग

 

इस्लामाबाद. पाकिस्तान में चल रही राजनीतिक उथल-पुथल के बीच, एक चीनी वरिष्ठ राजनयिक ने देश में मौजूदा राजनीतिक स्थिति पर चर्चा करने के लिए रविवार को पाकिस्तान मुस्लिम लीग-कायद (पीएमएल-क्यू) के नेताओं के साथ मुलाकात की.

पाकिस्तान को अपना ‘आयरन ब्रदर’ मानने वाले चीन ने देश में अरबों डॉलर का निवेश किया है. पाकिस्तान में बढ़ते आतंकवाद और बढ़ती राजनीतिक उथल-पुथल ने उस निवेश को खतरे में डाल दिया है. द एक्सप्रेस ट्रिब्यून अखबार ने बताया कि चीनी दूतावास के मिशन के उप प्रमुख, पैंग चुनक्स्यू ने पीएमएल-क्यू नेताओं के साथ एक बैठक की, जिसमें उन्होंने बताया कि चीन पाकिस्तान में ‘राजनीतिक और आर्थिक स्थिरता’ चाहता है.

पीएमएल-क्यू के बयान में चंक्स्यू के हवाले से कहा गया, ‘‘चीन पाकिस्तान में राजनीतिक और आर्थिक स्थिरता चाहता है.’’

चुनक्स्यू ने पीएमएल-क्यू के वरिष्ठ नेताओं से भी मुलाकात की और पाकिस्तान की मौजूदा राजनीतिक स्थिति पर विस्तार से चर्चा की.

इस महीने के अंत में अविश्वास प्रस्ताव से पहले, राजनीतिक अस्थिरता ने पाकिस्तान को जकड़ लिया है. ट्रिब्यून की रिपोर्ट के अनुसार, बेरोजगारी और बिगड़ती कानून-व्यवस्था की स्थिति, आर्थिक चुनौतियों के साथ, मुख्य मुद्दों से ध्यान हटा दिया गया है.

विशेष रूप से, पाकिस्तान में विपक्षी दल इमरान खान को बाहर करने के लिए आपसी नफरत दूर कर रहे हैं, क्योंकि उन्होंने पिछले मंगलवार को नेशनल असेंबली सचिवालय में अविश्वास प्रस्ताव पेश किया था.

पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के सदस्यों को अविश्वास प्रस्ताव में भाग लेने से रोकने के इमरान खान सरकार के फैसले को असंवैधानिक बताते हुए, पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) के अध्यक्ष बिलावल भुट्टो-जरदारी ने पाकिस्तान के मुख्य न्यायाधीश (सीजेपी) और प्रमुख से पूछा है. चुनाव आयुक्त हस्तक्षेप करें और सांसदों के मतदान के अधिकार की सुरक्षा सुनिश्चित करें.

बिलावल ने सरकार के फैसले को पाकिस्तान के संविधान के अनुच्छेद 6 का उल्लंघन करार दिया.

पीपीपी अध्यक्ष ने रविवार को इस्लामाबाद में एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘‘मैं सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश और सीईसी से अपील करूंगा. आपने प्रधानमंत्री के बयान सुने होंगे. आपने सरकार की रणनीति देखी होगी.’’

पाकिस्तानी अखबार डॉन ने बिलावल के हवाले से कहा, ‘‘मैं आपसे अपील करता हूं कि हर सदस्य को अपने वोट के अधिकार का इस्तेमाल करने की अनुमति दी जानी चाहिए और किसी को भी उन्हें रोकने की अनुमति नहीं दी जानी चाहिए.’’