पंकज दास / काठमांडू. पिछले दो दिनों से मौसम में अचानक आए बदलाव के कारण नेपाल में भारी बारिस हो रही है. पिछले 24 घंटे में हुई भीषण बर्षा के कारण देश का पूर्वी और पश्चिमी हिस्सा बाढ़ की चपेट में आ गया है. बाढ़ के कारण करीब तीन दर्जन लोगों की मौत की खबर है.
नेपाल के गृह मंत्रालय ने बुधवार सुबह तक 31 लोगों के मौत की पुष्टि कर दी है जबकि अभी भी 43 लोगों के लापता होने की जानकारी दी गई है. नेपाल के पूर्वी हिस्से में ही सिर्फ 22 लोगों की मौत हो गई है. कई जगह भूस्खलन के कारण दर्जनों लोगों के उसमें फंसे होने की भी जानकारी मिल रही है.
गृहमंत्रालय के अधिकारी ने बताया है कि अब तक 500 से अधिक परिवार विस्थापित हो गए हैं जिनके राहत को लेकर सरकार काम कर रही है.
बाढ़ में फंसे लोगों का नेपाली सेना, नेपाल पुलिस और सशस्त्र प्रहरी के द्वारा बचाव तथा उद्धार का काम किया जा रहा है. दूरदराज के इलाकों में फंसे लोगों को सेना की हेलीकॉप्टर से बचाने का प्रयास किया जा रहा है. शहरों में सेना और पुलिस की मदत से बाढ़ में फंसे लोगों को सुरक्षित स्थान पर ले जाने का प्रयास किया जा रहा है.
बाढ़ के कारण कई सड़कों को काफी नुकसान हुआ है. पश्चिमी नेपाल को जोड़ने वाला राजमार्ग बाढ़ की चपेट में आने से ध्वस्त हो गया है.
भारतीय सीमा से सटे विराटनगर विमानस्थल पूरी तरह जलमग्न होने के कारण सभी उडानों को रद्द कर दिया गया है. कई नदियों का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर आ गया है.