ब्रिटेन में मुस्लिम आबादी बढ़ी, ईसाइयों की घटी, मिशनी चिंतित

Story by  मलिक असगर हाशमी | Published by  [email protected] | Date 02-12-2022
ब्रिटेन में मुस्लिम आबादी बढ़ी, ईसाइयों की घटी, मिशनी चिंतित
ब्रिटेन में मुस्लिम आबादी बढ़ी, ईसाइयों की घटी, मिशनी चिंतित

 

आवाज द वॉयस/ लंदन

ब्रिटेन में मुसलमानों की बढ़ती और ईसाईयों की घटनी आबादी से मिश्नरी संस्थाएं चिंतित हैं. उन्हंे लगता है कि ईसाईयों की संख्या बढ़ाने के लिए कड़ी चुनौतियों का सामना करना पड़ेगा.
 
एक जनगणना से पता चला है कि इंग्लैंड और वेल्स में मुस्लिम आबादी 4.9 प्रतिशत से बढ़कर 6.5 प्रतिशत हो गई है. अकेले लंदन में इस्लाम के मानने वाले 15 फीसदी लोग हैं.
 
नई जनगणना से पता चला है कि 2011 से मुस्लिम आबादी 2.7 मिलियन से बढ़कर 3.9 मिलियन हो गई है.इंग्लैंड और वेल्स की लगभग 46.2 प्रतिशत आबादी ने खुद को ईसाई बताया, जो एक दशक पहले के 59.3 प्रतिशत से कम है.
 
हिंदू के रूप में पहचाने जाने वाले लोग 1.5 प्रतिशत से बढ़कर 1.7 प्रतिशत हो गए हैं. 3 में से 1 से अधिक 37 प्रतिशत ने कहा कि उनका किसी धर्म से मलतब नहीं. ऐसे लोगों की संख्या 2011 में 25 प्रतिशत से ऊपर थी. यही ईसाई मिश्नरी के लिए चिंता का कारण बनी हुई हैं.
 
लंदन में मुसलमानों की सबसे अधिक सघनता है. लंदन के 15 प्रतिशत लोगों ने खुद को मुस्लिम बताया.2021 में यह 12.6 प्रतिश के करीब थे. इसका मतलब है कि अकेले लंदन में 1.3 मिलियन से अधिक मुसलमान रहते हैं.
 
2011 में खुद को मुस्लिम के रूप में वर्णित करने वाली आबादी का उच्चतम प्रतिशत वाला क्षेत्र टॉवर हैमलेट्स 39. 9ः प्रतिश है. 2011 में 38.0 प्रतिश के उपर था. मुस्लिम् के रूप में जवाब देने वाले लोगों के उच्च प्रतिशत वाले अन्य क्षेत्रों में ब्लैकबर्न के साथ डार्वेन 35 और न्यूहैम 34.8 प्रतिशत शामिल हैं.
 
यूके, स्कॉटलैंड और उत्तरी आयरलैंड के अन्य भागों में  जनगणना के परिणाम कुछ अलग कहानी कहती है.धर्मनिरपेक्षता के प्रचारकों ने कहा कि इस बदलाव से ब्रिटिश समाज में धर्म की जड़ें जमाने के तरीके पर पुनर्विचार होना चाहिए.
 
चौरिटी ह्यूमनिस्ट्स यूके के मुख्य कार्यकारी एंड्रयू कॉपसन के हवाले से मीडिया रिपोर्टों में कहा गया है कि गैर-धार्मिकों की नाटकीय वृद्धि ने यूके को निश्चित रूप से पृथ्वी पर सबसे कम धार्मिक देशों में से एक बना दिया है.
 
उन्होंने कहा, इन परिणामों के बारे में सबसे महत्वपूर्ण चीजों में से एक यह है कि राज्य से ही जनसंख्या कैसे अलग है. यूरोप के किसी भी राज्य में ऐसा धार्मिक ढांचा नहीं है जैसा हम कानून और सार्वजनिक नीति के मामले में करते हैं, जबकि एक ही समय में इतनी गैर-धार्मिक आबादी है.
 
इंग्लैंड के चर्च के सबसे वरिष्ठ पादरियों में से एक यॉर्क के आर्कबिशप स्टीफन कॉटरेल ने कहा कि डेटा कोई बड़ा आश्चर्य नहींष् है, लेकिन ईसाइयों के लिए अपने विश्वास को बढ़ावा देने के लिए कड़ी मेहनत करने की चुनौती है.
 
हमने उस युग को पीछे छोड़ दिया है, जब कि बहुत से लोग लगभग स्वचालित रूप से ईसाई के रूप में पहचाने जाते हैं, लेकिन अन्य सर्वेक्षण लगातार दिखाते हैं कि कैसे वही लोग अभी भी आध्यात्मिक सत्य और ज्ञान और जीने के लिए मूल्यों का एक सेट फार्मूला चाहते हैं.