मंगोलियाई बौद्धों ने भारत के प्रति दिखाई एकजुटता, की प्रार्थना

Story by  मुकुंद मिश्रा | Published by  [email protected] | Date 03-06-2021
मंगोलिया के बौद्ध भिक्षुओं ने भारत के लिए की प्रार्थना
मंगोलिया के बौद्ध भिक्षुओं ने भारत के लिए की प्रार्थना

 

राकेश चौरासिया / नई दिल्ली

मंगोलिया में बौद्ध भिक्षुओं ने भारत के प्रति एकजुटता दिखाते हुए सामूहिक प्रार्थना की है, ताकि प्रभु कृपा से भारत कोरोना वायरस की जंग जीत सके.

मंगोलिया के बौद्ध भिक्षुओं ने खोड प्रांत के गंदन मठ (मोनास्ट्री यानि विहार) में विशेष प्रार्थना आयोजित की, जिसमें बौद्ध मंत्रोच्चार के साथ भारत के कोविड महामारी से उबरने और लोगों के शीघ्र स्वस्थ होने का भाव निहित था.

गंदन मंगोलिया का सबसे बड़ा और सबसे महत्वपूर्ण मठ है. 19वीं शताब्दी के मध्य में निर्मित यह एकमात्र मठ है, जहां बौद्ध सेवाएं कम्युनिस्ट काल के दौरान भी कार्य करती रहीं.

भारत बौद्ध मतावलंबियों के लिए पूज्यनीय स्थानीय है. भारत स्थित बोध गया में ही भगवान बुद्ध को बोधित्व प्राप्त हुआ था. इसीलिए दुनिया भर के बौद्ध भारत के वैदिक सनातन हिंदुओं के सहोदर हैं और भारत से विशेष स्नेह रखते हैं.

जपान, चीन और दक्षिणपूर्वी देशों वियतनाम, फिलीपींस, मलेशिया और इंडोनेशिया आदि देशों की तरह मंगोलिया भी भारत के प्रति सदैव सहृदय रहा है.

मंगोलिया के भारत से राजनयिक संबंध भी बेहतर हैं, क्योंकि मंगोलिया की चिंताओं को भारत ने हमेशा वरीयता दी है.

जबकि चीन ने तिब्बत की तरह मंगोलिया के भी कई भू-भाग हड़पे हुए हैं और अब भी कई भू-भागों पर दावे जताता रहता है.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सितंबर 2019 में मंगोलिया की यात्रा की थी. गंदन मठ में मोदी और मंगोलियाई राष्ट्रपति खल्टमागिन बत्तुल्गा ने भगवान बुद्ध की प्रतिमा का अनावरण किया था.

भारत ने इस यात्रा के निर्णयों को भारत-मंगोलिया की आध्यात्मिक साझेदारी और साझा बौद्ध विरासत का प्रतीक बताया था.