काबुल. अफगानिस्तान में भारत से 1.6 मीट्रिक टन जीवन रक्षक दवाओं की पहली खेप पहुंचने के बाद तालिबान ने भारत की प्रशंसा की और नई दिल्ली को धन्यवाद दिया.
उन्होंने यह भी कहा कि दोनों देशों के बीच संबंध बहुत महत्वपूर्ण हैं. भारत द्वारा भेजी गई सहायता में जीवन रक्षक दवाएं शामिल थीं, जिन्हें शनिवार को एक विशेष उड़ान से नई दिल्ली से काबुल लाया गया था.
अफगानिस्तान के इस्लामिक अमीरात के उप प्रवक्ता अहमदुल्ला वासिक ने शनिवार को एक ट्वीट में कहा, ‘भारत इस क्षेत्र का नेता है. अफगानिस्तान और भारत के बीच संबंध बहुत महत्वपूर्ण हैं.’
له هندوستان څخه لومړی پرواز کابل ته را ورسېد، ۶۵ تنه افغان مسافرين هيواد ته راستانه شول.
— Ahmadullah wasiq (@WasiqAhmadullah) December 11, 2021
همدا راز د هند هيواد له لوري مرسته شوې ۱.۶ ټنه درمل را انتقال شول. په راتلونکو ورځو کې به يو شمیر مهم طبي سامان آلات هم له هند نه وارد او د روغتونونو په اختيار کې به ورکړل شي. pic.twitter.com/El6vLBURKZ
विदेश मंत्रालय ने कहा था कि अफगानिस्तान में चुनौतीपूर्ण मानवीय स्थिति को देखते हुए भारत सरकार ने भारतीयों और अफगानों की वापसी की उड़ान पर चिकित्सा आपूर्ति की एक खेप भेजी थी.
शुक्रवार को विशेष विमान अफगानिस्तान से अल्पसंख्यक हिंदू और सिख समेत 10 भारतीयों और 94 अफगान नागरिकों को लेकर आया. भारत सरकार ने ऑपरेशन देवी शक्ति के तहत अफगानिस्तान से सैकड़ों लोगों को निकाला है.
इस मिशन के तहत अफगानिस्तान से कुल 669 लोग भारत आए हैं. इनमें हिंदू और सिख अल्पसंख्यकों सहित भारतीय और अफगान मूल के नागरिक शामिल हैं.
गौरतलब है कि कल भारत में अफगानिस्तान के राजदूत फरीद मामुंदजई ने कहा था कि इस सहायता से अफगानिस्तान में इस कठिन समय में कई परिवारों को मदद मिलेगी. मामुंदजई ने ट्वीट किया, ‘सभी बच्चों को थोड़ी मदद, कुछ उम्मीद और कुछ आत्मविश्वास की जरूरत है. भारत से चिकित्सा आपूर्ति की पहली खेप काबुल पहुंची. 1.6 मीट्रिक टन जीवन रक्षक दवाएं कई परिवारों को मुश्किल समय में मदद करेंगी.’
एक अन्य ट्वीट में उन्होंने लिखा, ‘इस कठिन समय में अफगानिस्तान के बच्चों को चिकित्सा सहायता प्रदान करने के लिए भारत का धन्यवाद. भारत-अफगानिस्तान की दोस्ती अमर रहे.’