अफगानिस्तान में भुखमरी और कोरोना के बीच खसरे का संक्रमण बढ़ा

Story by  राकेश चौरासिया | Published by  [email protected] | Date 15-11-2021
अफगानिस्तान में खसरे का संक्रमण बढ़ा
अफगानिस्तान में खसरे का संक्रमण बढ़ा

 

जिनेवा. विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने कहा कि टीके की कमी के कारण, अफगानिस्तान में खसरा के प्रकोप में तेजी से वृद्धि हुई है.

टोलो न्यूज की रिपोर्ट के मुताबिक, डब्ल्यूएचओ की प्रवक्ता मार्गरेट हैरिस ने जिनेवा में जूम के जरिए पत्रकारों से कहा कि इस साल खसरे से कम से कम 87बच्चों की मौत हुई है और टीकों के अभाव में समस्या और भी गंभीर होती जा रही है. हैरिस ने कहा, ‘दुख की बात है, हमने 87मौतों की सूचना दी है. अगर हम इस पर जल्दी नहीं चलते हैं, तो हम और भी बहुत कुछ देखेंगे.’

डब्ल्यूएचओ के प्रवक्ता ने कहा, ‘कुपोषित बच्चों के लिए खसरा मौत की सजा है.’

उन्होंने देश में इस बीमारी के प्रकोप के लिए परीक्षण में तेजी लाने की तत्काल आवश्यकता पर जोर दिया, यह कहते हुए कि पर्याप्त निगरानी के बावजूद इसका प्रकोप अभी भी जारी है.

टोलो न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार, इंदिरा गांधी चिल्ड्रन हॉस्पिटल के अधिकारियों ने कहा कि अगर डब्ल्यूएचओ जल्द से जल्द वैक्सीन उपलब्ध नहीं करा पाया, तो खसरे से होने वाली मौतों की संख्या बढ़ जाएगी.

अस्पताल के एक डॉक्टर अब्दुलसमद तसल ने कहा, ‘इसका प्रकोप दिन-ब-दिन बढ़ रहा है. टीके की कमी इसके फैलने का मुख्य कारण है.’

स्वास्थ्य अधिकारियों के अनुसार, खसरा एक अत्यधिक संक्रामक रोग है, जो एक से पांच वर्ष की आयु के बच्चों को संक्रमित करता है. टीकाकरण से ही इस बीमारी से बचाव होता है.

सोहेल मेहरजाद ने कहा, ‘पिछले वर्षों की तुलना में खसरा बढ़ा है और स्वास्थ्य क्षेत्र में चुनौतियों के कारण, विभिन्न बीमारियों के लिए टीकों की पहुंच में कमी आई है.’

फहीम का ढाई साल का बच्चा खसरा से संक्रमित हो चुका है. उन्होंने बताया कि वह अपने बच्चे को कई बार टीकाकरण के लिए चिकित्सा केंद्रों में ले गया है, लेकिन वैक्सीन की कमी के कारण वह टीकाकरण नहीं कर पाया है. 

मरीज के पिता फहीम ने कहा, ‘शुरुआत में, मेरे बच्चे को बुखार था. हमें नहीं पता था कि क्या पीड़ित है. फिर हम उसे इस अस्पताल ले आए और डॉक्टरों ने जांच के बाद कहा कि वह खसरा से संक्रमित है.’

टोलो न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार, इस बीच, स्वास्थ्य अधिकारियों ने कहा कि अफगानिस्तान में मधुमेह से संक्रमित लोगों की संख्या बढ़ रही है, यह कहते हुए कि इस साल दस लाख से अधिक लोग इस बीमारी से संक्रमित थे और उनमें से ज्यादातर महिलाएं हैं.