मौलवी बोले तालिबानों के सेल्फी के शौक से इज्जत मिट्टी में मिल जाएगी

Story by  राकेश चौरासिया | Published by  [email protected] | Date 27-09-2021
मनोरंजन और तालिबान
मनोरंजन और तालिबान

 

काबुल. तालिबान सरकार के रक्षा मंत्री ने जंगजुओं के सेल्फी बनाने और पोस्ट करने को इस्लामिक मूल्यों के खिलाफ बताते हुए उसकी आलोचना की है.

अमेरिकी अखबार स्ट्रीट जर्नल में छपी एक रिपोर्ट के मुताबिक मौलवी याकूब ने तालिबान जंगजुओं के फैशन और सेल्फी पर गुस्सा जाहिर करते हुए कहा है कि पर्यटन स्थलों और मनोरंजक गतिविधियों के दौरान सेल्फी लेना और उन्हें सोशल मीडिया पर पोस्ट करने से उनकी प्रतिष्ठा को ठेस पहुंचती है.

रिपोर्ट में कहा गया है कि 15 अगस्त को काबुल पर कब्जा करने के बाद हजारों तालिबान लड़ाके प्रांतीय राजधानी में तैनात थे, लेकिन अपने खाली समय में तालिबान ने पगड़ी में और दर्शनीय स्थलों, मनोरंजन पार्कों और अन्य मनोरंजक क्षेत्रों में मजे किए.

रिपोर्ट के मुताबिक, तालिबान के रक्षा मंत्री मौलवी याकूब ने इस व्यवहार के लिए अपने सरदारों को फटकार लगाई और उन्हें सौंपे गए कार्य पर ध्यान केंद्रित करने का निर्देश दिया. इस संबंध में उन्होंने कहा, “आप हमारी प्रतिष्ठा को नुकसान पहुंचा रहे हैं, जिसे हमने अपने शहीदों के खून से बनाया है.”

उन्होंने तालिबान नेताओं से मिलने और जाने के साथ सेल्फी लेने वाले सरदारों को विशेष रूप से चेतावनी दी, जिन्होंने स्थान और अन्य गतिविधियों के बारे में जानकारी देते हुए सोशल मीडिया पर पोस्ट किया. 

रक्षा मंत्री ने तालिबान जंगजुओं के कपड़ों की भी आलोचना की. उन्हें तालिबान द्वारा परिभाषित इस्लामी कानून के अनुसार अपनी दाढ़ी, बाल और कपड़े पहनने का आदेश दिया. वॉल स्ट्रीट जर्नल के मुताबिक, काबुल में कई तालिबानी बाल, स्टाइलिश कपड़े, फैशनेबल सनग्लासेज और स्नीकर्स पहने नजर आते हैं.

मौलवी याकूब ने कहा कि यह कठपुतली सरकारों के सरदारों और गैंगस्टरों की प्रथा है और अगर हम इस प्रवृत्ति को नहीं रोकते हैं, तो हम अपनी इस्लामी व्यवस्था खो देंगे.