पीएम मोदी के तीन दिवसीय यूरोप दौरे का  अंतिम दिन : भारत-नॉर्डिक शिखर सम्मेलन में शामिल होंगे,  फ्रांस के इमैनुएल मैक्रों से मिलेंगे

Story by  मलिक असगर हाशमी | Published by  [email protected] | Date 04-05-2022
पीएम मोदी के तीन दिवसीय यूरोप दौरे का  अंतिम दिन
पीएम मोदी के तीन दिवसीय यूरोप दौरे का  अंतिम दिन

 

आवाज द वाॅयस /कोपेनहेगन/ डेनमार्क

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने तीन दिवसीय यूरोप दौरे के अंतिम दिन नवनिर्वाचित राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों से मिलने के लिए पेरिस रवाना होने से पहले डेनमार्क में दूसरे भारत-नॉर्डिक शिखर सम्मेलन में भाग लेंगे.
 
दूसरा भारत-नॉर्डिक शिखर सम्मेलन डेनमार्क, आइसलैंड, फिनलैंड, स्वीडन और नॉर्वे के प्रधानमंत्रियों की भागीदारी को देखेगा, और 2018 में स्टॉकहोम, स्वीडन में हुए पहले शिखर सम्मेलन से आगे बढ़ेगा. 
 
पीएम मोदी ने तीन दिवसीय यात्रा शुरू करने से पहले अपने प्रस्थान बयान में कहा था,‘‘शिखर सम्मेलन कोरोना महामारी के बाद आर्थिक सुधार, जलवायु परिवर्तन, नवाचार और प्रौद्योगिकी, नवीकरणीय ऊर्जा, विकसित वैश्विक सुरक्षा परिदृश्य पर चर्चा होगी.
 
पीएम मोदी ने कहा, ‘शिखर सम्मेलन से इतर मैं अन्य चार नॉर्डिक देशों के नेताओं से भी मिलेंगे और उनके साथ भारत के द्विपक्षीय संबंधों में प्रगति की समीक्षा करूंगा.शिखर सम्मेलन के बाद, प्रधानमंत्री फ्रांस के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों के साथ बैठक के लिए पेरिस में एक संक्षिप्त ठहराव करने वाले हैं.
 
अपनी चल रही यात्रा के दौरान, पीएम मोदी ने जर्मनी और डेनमार्क के नेतृत्व के साथ द्विपक्षीय बैठकें की हैं, साथ ही बर्लिन और कोपेनहेगन दोनों में भारतीय प्रवासी कार्यक्रमों को संबोधित किया.
 
पीएम मोदी ने अपनी यात्रा के दौरान जर्मनी और डेनमार्क दोनों के व्यापारिक नेताओं के साथ भी बातचीत की.पीएम मोदी सोमवार को बर्लिन पहुंचे जहां उन्होंने छठे भारत-जर्मनी अंतर-सरकारी परामर्श में भाग लेने से पहले जर्मन चांसलर ओलाफ स्कूल्ज के साथ द्विपक्षीय चर्चा की.
 
भारत और जर्मनी के बीच कुल 9 समझौतों पर हस्ताक्षर किए गए, जिसमें ग्रीन एंड सस्टेनेबल डेवलपमेंट पार्टनरशिप पर एक संयुक्त घोषणा पत्र  शामिल है, जिसके तहत जर्मनी 2030 तक भारत को 10 बिलियन यूरो की नई और अतिरिक्त विकास सहायता की अग्रिम प्रतिबद्धता बनाने पर सहमत हुआ.
 
भारतीय प्रधानमंत्री ने बर्लिन में भारतीय समुदाय को भी संबोधित किया जहां उन्होंने अपनी सरकार की उपलब्धियों के बारे में बात की. विशेष रूप से शासन के साथ प्रौद्योगिकी को एकीकृत करने के क्षेत्र में.अपनी यात्रा के दूसरे दिन, भारतीय प्रधानमंत्री कोपेनहेगन पहुंचे, उन्होंने अपने डेनिश समकक्ष मेटे फ्रेडेरिकसेन के साथ बातचीत की. दोनों देशों के बीच व्यापार और पर्यावरण कार्रवाई पर सहयोग सहित द्विपक्षीय मुद्दों पर चर्चा की.
 
दोनों नेताओं ने दोनों देशों के बीच हरित सामरिक साझेदारी में प्रगति की समीक्षा के लिए कोपेनहेगन में प्रतिनिधिमंडल स्तर की वार्ता भी की.पीएम मोदी और उनके समकक्ष ने यूक्रेन पर भी चर्चा की, जिसमें पूर्व ने भारत के शत्रुता को जल्दी समाप्त करने और चल रहे संघर्ष के राजनयिक समाधान के रुख को दोहराया.दोनों नेताओं ने एक संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित किया.