जो बोले सो निहालः यूक्रेन की ट्रेन में लंगर सेवा शुरू

Story by  राकेश चौरासिया | Published by  [email protected] | Date 27-02-2022
जो बोले सो निहालः यूक्रेन की ट्रेन में लंगर सेवा शुरू
जो बोले सो निहालः यूक्रेन की ट्रेन में लंगर सेवा शुरू

 

आवाज-द वॉयस / नई दिल्ली

यूक्रेन और रूस के बीच युद्ध शुरू हुए तीन दिन से अधिक समय बीत चुका है. रूस यूक्रेन की राजधानी कीव पहुंच गया है. कीव के प्रशासन ने अपने नागरिकों को अपने घरों से बाहर नहीं निकलने की चेतावनी दी है. दुकानें, एटीएम, मॉल सब बंद हैं.

युद्ध की स्थिति में, लोगों ने भूमिगत ठिकानों, मेट्रो स्टेशनों और ट्रेनों में शरण ली है. यहां के लोग भले ही सुरक्षित महसूस करें, लेकिन पीने के लिए पानी या खाने के लिए कुछ भी नहीं है. वहीं यूक्रेन में रहने वाले छात्र और नागरिक किसी तरह यूक्रेन से सटे देशों में पहुंचकर वहां से निकलने की कोशिश कर रहे हैं. लोग किसी तरह भूखे-प्यासे समय बिता रहे है,ं लेकिन कहा जाता है कि जिसके पास कोई नहीं है, उनका भगवान है.

यूक्रेन में युद्ध की स्थिति से जूझ रहे लोगों की मदद के लिए एक सिख युवक आगे आया है. एक सिख युवक ने ट्रेन में लंगर (भंडारा) शुरू कर दिया. दरअसल, एक ट्रेन छात्रों को यूक्रेन के पूर्व से पश्चिम (पोलिश सीमा तक) ले जा रही थी, ताकि इन छात्रों को यूक्रेन से निकाला जा सके.

ट्रेन में सवार लोग घंटों भूखे रहे. ऐसे में हरदीप सिंह नाम का एक सिख युवक उनकी मदद के लिए लंगर लगाने लगा.

फंसे हुए छात्रों के लिए एक नायक हरदीप सिंह युद्धग्रस्त राष्ट्र की पोलिश सीमा की यात्रा करने वालों को खाना खिला रहे हैं.

वीडियो में आप देख सकते हैं कि चलती ट्रेन में लोग कैसे खाना खा रहे हैं. ये वीडियो इस समय वायरल हो रहा है, हर कोई इस शख्स की तारीफ कर रहा है. रवींद्र नाम के एक ट्विटर यूजर ने इसका एक वीडियो शेयर किया है.

हरदीप सिंह ने संकट की इस घड़ी में दुनिया को बताया कि मानवता की सेवा से बड़ा कोई धर्म और कोई कार्य नहीं है. युद्ध के दौरान हालांकि कुछ लोग अपने लिए राशन और खाद्य सामग्री का स्टॉक कर रहे हैं, लेकिन लोगों को डर है कि अगर युद्ध की स्थिति लंबे समय तक जारी रही, तो दुश्मन की गोली उन्हें मार नहीं पाएगी, बल्कि यह भूख के कारण होगी.

इन सब चिंताओं के अलावा हरदीप फिलहाल एंकर के जरिए लोगों की सेवा कर रहे हैं. गुरु नानक ने कहा है कि शरीर को जीवित रखने के लिए भोजन आवश्यक है लेकिन लालच और जमाखोरी बुरी चीज है.

सिख होने के कारण हरदीप सिंह ने इस शिक्षा को याद किया है. हरदीप सिंह के इस अभियान की पूरी दुनिया में सराहना हो रही है.