आवाज द वाॅयस/ नई दिल्ली
इज़राइल की कठोर नाकेबंदी और लगातार हमलों के बीच गाजा पट्टी से दिल दहला देने वाली खबर आई है। गाजा शहर के अल-शिफा अस्पताल में 35 दिन के एक नवजात शिशु की भूख और कुपोषण के कारण मौत हो गई। अस्पताल के निदेशक डॉ. मुहम्मद अबू सलमिया ने पुष्टि की कि शनिवार को शिशु ने दम तोड़ दिया। उन्होंने कहा, “यह बच्चा उन कई बच्चों में से एक है जो कुपोषण और भोजन की कमी के कारण मर रहे हैं। केवल आज ही हमारे अस्पताल में भूख से दो मौतें हुईं।”
इस बीच, गाजा के विभिन्न इलाकों पर जारी इजरायली हवाई हमलों और गोलीबारी में कम से कम 116 लोग मारे गए हैं, जिनमें 38 लोग अमेरिका समर्थित गाजा ह्यूमैनिटेरियन फाउंडेशन (जीएचएफ) सहायता केंद्र के बाहर गोलीबारी का शिकार हुए।
गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय ने चेतावनी दी है कि कम से कम 17,000 बच्चे गंभीर कुपोषण से पीड़ित हैं, जबकि अस्पतालों के आपातकालीन विभाग हजारों भूखे और कमजोर लोगों से भर गए हैं। गाजा के बाजारों में खाद्य आपूर्ति लगभग खत्म हो चुकी है और जो सामान बचा है, उसकी कीमतें इतनी अधिक हैं कि 2.3 मिलियन की आबादी के लिए अपनी बुनियादी जरूरतें पूरी करना नामुमकिन हो गया है।
इंटरनेशनल फेडरेशन ऑफ रेड क्रॉस एंड रेड क्रीसेंट सोसाइटीज के महासचिव जगन चापागैन ने कहा, “गाजा में अकाल जैसी स्थिति है। किसी को भी एक मुट्ठी भोजन पाने के लिए अपनी जान गंवाने की नौबत नहीं आनी चाहिए।”
प्रत्यक्षदर्शी मोहम्मद अल-खालिदी ने अल जजीरा से कहा,“हमने एक तरफ से इजरायली जीपें और दूसरी तरफ से टैंक आते देखे। जब हम भागने की कोशिश कर रहे थे, तभी उन्होंने अंधाधुंध गोलीबारी शुरू कर दी।”
एक अन्य प्रत्यक्षदर्शी मोहम्मद अल-बरबारी, जिसने अपने चचेरे भाई को खो दिया, ने कहा,
“ये सहायता केंद्र मौत के जाल बन गए हैं। लोग थोड़ी सी खाने की उम्मीद में आते हैं और लाश बनकर लौटते हैं।”
नॉर्वेजियन शरणार्थी परिषद के प्रमुख जान एगेलैंड ने खुलासा किया कि,“पिछले 142 दिनों में हम गाजा में एक भी ट्रक नहीं भेज पाए हैं। यूरोपीय संघ द्वारा यह कहना कि मदद सामान्य रूप से पहुंच रही है, हकीकत से कोसों दूर है।”
संयुक्त राष्ट्र की एजेंसी यूएनआरडब्ल्यूए ने भी कहा है कि गाजा के लिए पर्याप्त भोजन मिस्र की सीमा पर जमा है, लेकिन इज़राइली प्रतिबंधों के कारण उसे अंदर लाना असंभव हो गया है। एजेंसी ने अपील की है,“सीमा खोलो, नाकाबंदी खत्म करो और हमें काम करने दो।”
अंतरराष्ट्रीय समुदाय इजरायली कार्रवाई की आलोचना कर रहा है, लेकिन हालात में कोई सुधार नहीं दिख रहा। गाजा नागरिक सुरक्षा एजेंसी के अनुसार, खान यूनिस और राफा में हुए ताजा हमलों में 116 लोगों की मौत हुई, जिनके लिए सीधे तौर पर इजरायली हमलों को जिम्मेदार ठहराया गया है।