इजराइल और यूएई मिलकर करेंगे हाई-टेक आरएंडडी, फंड को मिली मंजूरी

Story by  राकेश चौरासिया | Published by  [email protected] | Date 24-01-2022
प्रधानमंत्री नफ्ताली बेनेट अबू धाबी में संयुक्त अरब अमीरात के विदेश मंत्री अब्दुल्ला बिन जायद के साथ
प्रधानमंत्री नफ्ताली बेनेट अबू धाबी में संयुक्त अरब अमीरात के विदेश मंत्री अब्दुल्ला बिन जायद के साथ

 

तेल अवीव. इजरायली मंत्रिमंडल ने इजरायल-अमीराती औद्योगिक अनुसंधान और विकास कोष (आरएंडडी) शुरू करने को मंजूरी दे दी है. विदेश मंत्रालय ने इसकी जानकारी दी है. समाचार एजेंसी सिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, विदेश मंत्री यायर लैपिड ने ट्वीट किया कि कैबिनेट ने 'हाई-टेक में आपसी निवेश के लिए एक संयुक्त इजरायल-अमीराती फंड स्थापित करने' का फैसला किया, यह कहते हुए कि दोनों देश 'उन्नत प्रौद्योगिकियों के विकास के लिए एक जुनून साझा करते हैं जो जीवन की गुणवत्ता में सुधार करेंगे'.

विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि इजराइल और संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) क्रमश: 10 वर्षों के लिए सालाना 1.5 मिलियन शेकेल (4 मिलियन डॉलर) आवंटित करेंगे.

यह फंड औद्योगिक अनुसंधान और विकास पर ध्यान केंद्रित करेगा और दोनों देशों की नवीन प्रौद्योगिकी कंपनियों का समर्थन करेगा.

इजराइल के नवाचार, विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्री ओरिट फरकश हाकोहेन ने कहा कि वह उच्च तकनीक वाले क्षेत्रों में एक म्यूचुअल निवेश कोष स्थापित करने में 'बहुत महत्व' देखती हैं.

उन्होंने कहा, "यूएई ने ऐतिहासिक रूप से ऊर्जा, बुनियादी ढांचे और अन्य क्षेत्रों में निवेश किया है और यही कारण है कि नया फंड इजरायल प्रौद्योगिकी में यूएई के निवेश को सुविधाजनक बनाने के लिए एक पुल का निर्माण करेगा."

इजराइल और यूएई ने सितंबर 2020 में तथाकथित अब्राहम समझौते, एक यूएस-ब्रोकर सामान्यीकरण समझौते पर हस्ताक्षर किए.

यूएई पहला खाड़ी राज्य था जिसने इजरायल के साथ संबंधों को सामान्य करने के लिए सहमति व्यक्त की, उसके बाद बहरीन, सूडान और मोरक्को थे.