आईएसआईएस अफगानिस्तान में फिर से संगठित होने की कोशिश में है: यूएसए के जनरल मार्क मिले
आवाज द वाॅयस /वाशिंगटन
यूएस ज्वाइंट चीफ्स ऑफ स्टाफ के अध्यक्ष जनरल मार्क मिले ने कहा कि इस्लामिक स्टेट (आईएसआईएस) और अन्य आतंकवादी समूह अफगानिस्तान में फिर से संगठित होने की कोशिश में हैं. इस बात पर प्रकाश डालते हुए उन्होंने कहा कि अमेरिका की मुख्य भूमि के चलते वे अभी भी हमारे लिए खतरा बने हुए हैं.
अमेरिकी जनरल ने रक्षा सचिव लॉयड ऑस्टिन की उपस्थिति में सीनेट की सुनवाई के दौरान यह टिप्पणी की. उन्होंने कहा, ‘‘आईएसआईएस और अन्य आतंकी समूह खुद को एक साथ वापस लाने की कोशिश कर रहे हैं. वे अभी तक सफल नहीं हुए हैं.
उन्होंने अभी तक अमेरिकी मातृभूमि के लिए कोई खतरा नहीं पेश किया है, लेकिन हम इसे बहुत करीब से देख रहे हैं. यदि वे अपना सिर उठाते हैं तो हम उचित कार्रवाई करेंग.
हालांकि, अफगानिस्तान में तालिबान शासन ने इस बात से इनकार किया कि आईएसआईएस, जिसकी अफगानिस्तान शाखा इस्लामिक स्टेट-खोरासन कहलाती है, का देश में विस्तार हो रहा है.
इस्लामिक अमीरात के प्रवक्ता जबीहुल्लाह मुजाहिद का कहना है,‘‘हमने अब तक उनके बहुत से ठिकानों को समाप्त कर दिया है.
अब दाएश (आईएसआईएस-के) की उपस्थिति बहुत कम रह गई है. उन्होंने एक स्कूल और मस्जिद पर कुछ हमले किए हैं, लेकिन कुछ भी महत्वपूर्ण नहीं किया है. हम अपनी सुरक्षा के बारे में गंभीर हैं. किसी को भी असुरक्षा का कारण न बनने देंगे. ‘‘
इससे पहले, यूएस सेंट्रल कमांड के प्रमुख जनरल केनेथ मैकेंजी ने कहा था कि आईएसआईएस-के अफगानिस्तान में बेरोकटोक बढ़ता जा रहा है. तालिबान शासन के लिए खतरे का मुकाबला करना मुश्किल हो रहा है.
उन्होंने कहा,‘‘हम शायद अफगानिस्तान में आईएसआईएस लड़ाकों के एक दो हजार, अधिक या कम का आकलन करते हैं. बेशक, जब तालिबान ने पुल-ए-चरखी और परवान जेलों को खोला, तो इसने आईएसआईएस में नई प्रतिभा और नई ऊर्जा का संचार किया.
बता दें कि पिछले कुछ हफ्तों में, अफगानिस्तान में अल्पसंख्यकों को लक्षित कर घातक विस्फोट किए गए हैं. काबुल में पिछले शुक्रवार एक मस्जिद में बड़े विस्फोट में कम से कम 30 लोग मारे गए और कई अन्य घायल हुए थे.संयुक्त राष्ट्र (यूएन), यूरोपीय संघ, अमेरिका और अन्य इसको लेकर चिंता प्रकट की है.