तेहरान. ईरान में हिजाब विवाद अब लंबा होता जा रहा है. नैतिक पुलिस के हाथों एक कुर्दिश लड़की महसा अमिनी की मौत के बाद देश-दुनिया में उठा तूफान थमने का नाम नहीं ले रहा है. अब इसका विरोध ईरान के स्कूलों में शुरू हो गया है. ईरान के एक स्कूल में छात्राओं ने हिजाब उतारकर और सरकार के खिलाफ नारेबाजी कर प्रदर्शन किया. ईरानी नेताओं के पोस्टर पैरों के नीचे रौंद दिए गए. छात्राओं ने ताना शाही के खिलाफ नारेबाजी की और इस मौत को हिजाब के मामले में असहनीय करार दिया.
ईरान में 16 सितंबर को महसा अमिनी की हिरासत में मौत के बाद शुरू हुआ हंगामा दिन प्रतिदिन बढ़ता ही जा रहा है. अनिवार्य हिजाब कानून के खिलाफ चल रहे विरोध प्रदर्शन में न केवल महिलाएं, बल्कि पुरुष भी शामिल हैं. पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच हिंसक झड़पें हो रही हैं और प्रदर्शनकारियों पर पुलिस पैलेट गन से हमला कर रही है. इस तरह की हिंसा में कुछ लोगों के मारे जाने की खबर है और सैकड़ों लोग घायल भी हुए हैं.
उल्लेखनीय है कि ईरानी पुलिस ने महसा अमिनी को 13 सितंबर को सड़क पर गिरफ्तार किया था, क्योंकि उसने ईरानी कानून के अनुसार हिजाब नहीं पहना था. गिरफ्तारी के तीन दिन बाद यानी 16 सितंबर को उनकी मौत हो गई. यह खबर फैलते ही ईरान में हर जगह श्ईरानी नैतिक पुलिसश् की बर्बरता का विरोध शुरू हो गया. हालांकि पुलिस प्रशासन का कहना है कि उसके साथ किसी तरह का अन्याय नहीं हुआ और गिरफ्तारी के बाद ही उसकी तबीयत बिगड़ गई. बाद में उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया जहां वह कोमा में चली गई. बाद में उनकी कोमा में मौत हो गई.
Today in Iran, schoolgirls remove their compulsory hejab and chant “death to the dictator” while stomping on the photos of their rulers pic.twitter.com/ipQPSZhsvC
— Karim Sadjadpour (@ksadjadpour) October 3, 2022