तेहरान. ईरान ने 2015 के परमाणु समझौते को लेकर अमेरिका के साथ अपने विवाद में जल्द समझौता होने की उम्मीदें खो दी है. उप विदेश मंत्री अब्बास अराघची ने गुरुवार को कहा, “हम करीब आ गए हैं, लेकिन हम अभी भी एक समझौते से बहुत दूर हैं.”
डीपीए समाचार एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार, वह उन अटकलों की पुष्टि नहीं करना चाहते थे कि वियना में परमाणु वार्ता अगले सप्ताह अंतिम दौर में प्रवेश करेगी.
इससे पहले, अराघची ने कहा, अमेरिका और अन्य दलों को कुछ कठिन निर्णय करने होंगे.
उप मंत्री और वियना में ईरान के प्रतिनिधिमंडल के प्रमुख ने कहा, “ईरान का अंतिम निर्णय भी निश्चित रूप से वियना में नहीं किया जाएगा, लेकिन तेहरान में किया जाएगा.”
वियना वार्ता में एक नई समस्या ईरान में राजनीतिक शक्ति का परिवर्तन है.
राष्ट्रपति चुनाव में शीर्ष पसंदीदा कट्टर-रूढ़िवादी मौलवी इब्राहिम रायसी हैं, जिन्होंने हमेशा 2015 के वियना परमाणु समझौते की तीखी आलोचना की है.
पर्यवेक्षकों के अनुसार, वह राष्ट्रपति हसन रुहानी के उदारवादी क्रम को जारी रखेंगे, इस बात पर संदेह है.
वर्तमान में यह भी स्पष्ट नहीं है कि जल्द ही मुख्य परमाणु वार्ताकार के रूप में किसे नियुक्त किया जाएगा और ईरान की ओर से वार्ता का नेतृत्व किया जाएगा.
यूरोपीय राजनयिकों के मुताबिक ईरान के साथ परमाणु समझौते को बचाने के लिए बातचीत सबसे नाजुक दौर की ओर बढ़ रही है.
जर्मनी, फ्रांस और ब्रिटेन के प्रतिनिधि अप्रैल की शुरूआत से रूस और चीन के साथ मिलकर ईरान और अमेरिका के बीच मध्यस्थता करने की कोशिश कर रहे हैं.