तेहरान. ईरानी पुरस्कार विजेता निर्देशक जफर पनाही छह महीने से तेहरान की जेल में बंद हैं. उन्होंने घोषणा की कि उन्होंने अधिकारियों द्वारा उन्हें जमानत पर रिहा करने से इनकार करने के विरोध में भूख हड़ताल शुरू कर दी है. जफर पनाही का नोट, उनकी भूख हड़ताल की शुरुआत, उनकी पत्नी तहरेह सईदी के इंस्टाग्राम पेज पर प्रकाशित हुई थी.
नोट में, प्रमुख ईरानी निदेशक ने जोर दिया, ‘‘मैं स्पष्ट रूप से न्यायिक और सुरक्षा तंत्र के अतिरिक्त-कानूनी और अमानवीय व्यवहार और उनके बंधक बनाने के विरोध में घोषणा करता हूं, मैंने 1 फरवरी, 2023 की सुबह से भूख हड़ताल शुरू कर दी है. जब तक मुझे रिहा नहीं किया गया, मैंने कुछ भी खाना-पीना और दवाई खाना-पीना बंद कर दिया.’’ उन्होंने कहा, ‘‘मैं इस स्थिति में तब तक रहूंगा, जब तक कि मेरा बेजान शरीर जेल से रिहा नहीं हो जाता.’’
पनाही ने अपने नोट में यह भी लिखा है, ‘‘कानून के अनुसार, मुझे दोबारा सुनवाई के लिए मेरा अनुरोध स्वीकार करने के बाद जमानत पर रिहा किया जाना चाहिए था, लेकिन मेरे मामले को 100 दिनों से अधिक के लिए स्थगित कर दिया गया है.’’
उन्होंने कहा, ‘‘जबकि हमने देखा है कि गिरफ्तारी के समय से लेकर हमारे देश के निर्दोष युवाओं को फांसी देने तक 30 दिन से भी कम समय लगता है, सुरक्षा बलों के हस्तक्षेप से मेरे मामले को शाखा में स्थानांतरित करने में 100 से अधिक दिन लग गए.’’
‘‘जो निश्चित है वह यह है कि सुरक्षा संस्था का हिंसक और अवैध व्यवहार और न्यायपालिका का लापरवाह समर्पण एक बार फिर चयनात्मक और सुस्वादु कानूनों के कार्यान्वयन को दर्शाता है.’’
‘‘यह केवल दमन का एक बहाना है. मुझे पता था कि न्यायिक प्रणाली और सुरक्षा संस्थानों में कानून को लागू करने की कोई इच्छा नहीं है (जिसके बारे में वे शेखी बघारते हैं), लेकिन अपने वकीलों और दोस्तों के सम्मान में, मैं अपने अधिकारों के लिए लड़ने के लिए सभी कानूनी चैनलों से गुजरा.’’
‘‘आज, ईरान में फंसे कई लोगों की तरह, मेरे पास इन अमानवीय व्यवहारों के खिलाफ अपने सबसे प्यारे कब्जे, यानी अपने जीवन के साथ विरोध करने के अलावा कोई विकल्प नहीं है.’’