जरूरतमंदों को नहीं मिल रही अंतर्राष्ट्रीय सहायता, अफ़ग़ान नागरिकों का आरोप

Story by  राकेश चौरासिया | Published by  [email protected] | Date 07-01-2022
जरूरतमंदों को नहीं मिल रही अंतर्राष्ट्रीय सहायता, अफ़ग़ान नागरिकों का आरोप
जरूरतमंदों को नहीं मिल रही अंतर्राष्ट्रीय सहायता, अफ़ग़ान नागरिकों का आरोप

 

काबुल. अफगानिस्तान में जारी मानवीय संकट के बीच, राजधानी काबुल के निवासियों ने सहायता के अनुचित वितरण की शिकायत करते हुए कहा है कि यह उन कमजोर लोगों को प्रदान नहीं किया गया, जिन्हें इसकी सबसे ज्यादा जरूरत है. मीडिया ने यह जानकारी दी.


काबुल के निवासी गुलाम नबी ने गुरुवार को टोलो न्यूज को बताया, "सहायता जारी रहने दें. लेकिन यह उन लोगों को दिया जाना चाहिए जो इसके लायक हैं."

 

काबुल के एक अन्य निवासी अब्दुल मुत्तलिब ने कहा, "हमें किसी ने कुछ नहीं दिया."

 

एक अन्य निवासी रहीम ने कहा, "जब हम सहायता मांगते हैं, तो वे हमें प्रतीक्षा करने के लिए कहते हैं, लेकिन मुझे अभी तक कुछ नहीं मिला है."

 

विश्व खाद्य कार्यक्रम (डब्ल्यूएफपी) ने कहा कि उसने अफगानिस्तान में 2021 में 15 मिलियन लोगों को भोजन, कपड़े और नकद सहायता प्रदान की है.

 

डब्ल्यूएफपी को अगले साल अफगानिस्तान में 23 मिलियन से अधिक कमजोर लोगों तक पहुंचने की उम्मीद है.

 

टोलो न्यूज ने डब्ल्यूएफपी के प्रवक्ता वहीदुल्लाह अमानी के हवाले से कहा, "घर-घर जाकर सर्वेक्षण किया जाना चाहिए ताकि हम उन लोगों की समस्या का समाधान कर सकें जिनकी गंभीर जरूरतें है."

 

इस बीच, तालिबान के नेतृत्व वाली सरकार के शरणार्थी और प्रत्यावर्तन मंत्रालय ने जरूरतमंद लोगों को सहायता के प्रावधान में भ्रष्टाचार के अस्तित्व से इनकार किया है.

 

मंत्रालय के प्रवक्ता अब्दुल मुत्तलिब हक्कानी ने कहा, "जो मदद के लायक हैं, हम उन्हें (मानवीय संगठनों को) वहां सहायता भेजने के लिए जानकारी देते हैं."

 

अंतर्राष्ट्रीय मानवीय संगठनों के आंकड़ों के आधार पर, 92 प्रतिशत से अधिक अफगान वर्तमान में खाद्य असुरक्षा से जूझ रहे हैं.