भारत का कड़ा रुख, कहा हमारे मामलों में दखल न दे आइओसी

Story by  मलिक असगर हाशमी | Published by  [email protected] | Date 09-10-2021
OIC के खिलाफ भारत का कड़ा रूख, कहा- हमारे मामलों में दखल न दें
OIC के खिलाफ भारत का कड़ा रूख, कहा- हमारे मामलों में दखल न दें

 

आवाज द वाॅयस / नई दिल्ली
 
असम की घटना पर ऑर्गनाइजेशन ऑफ इस्लामिक कॉन्फ्रेंस (OIC ) की आलोचना के बाद भारत ने करारा जवाब दिया है. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने एक बयान में कहा कि खेद है कि ओआईसी ने एक बार फिर भारत के आंतरिक मामलों पर टिप्पणी की है. इसमें असम की एक दुखद घटना के संबंध में झूठा और भ्रामक बयान जारी किया है. उन्होंने कहा कि उनका देश इस संबंध में उचित कानूनी कार्रवाई कर रहा है.
 

भारत का कड़ा रुख

भारत ने कहा, ‘‘यहां दोहराया जाता है कि OIC को भारत के आंतरिक मामलों में दखल देने का कोई अधिकार नहीं है. उन्हें अपने मंच का इस्तेमाल निजी फायदे के लिए नहीं होने देना चाहिए. भारत सरकार इन सभी निराधार बयानों को खारिज करती है. उम्मीद है कि भविष्य में इस तरह के बयान नहीं दिए जाएंगे.

OIC ने क्या कहा ?

इस्लामिक सम्मेलन संगठन के महासचिव ने ट्वीट किया कि उनका संगठन असम में संगठित उत्पीड़न और हिंसा की निंदा करता है. उन्होंने दावा किया कि असम में सैकड़ों मुस्लिम परिवारों को बेदखल किए जाने के विरोध में हुई हिंसा में कई अल्पसंख्यक मारे गए हैं. हादसे का एक वीडियो भी वायरल हुआ है.

इस्लामिक सहयोग संगठन  दुनिया के मुस्लिम देशों का प्रतिनिधित्व करता है. 25 सितंबर 1969 को स्थापित पाकिस्तान इस संगठन का संस्थापक सदस्य है. भारत, दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी मुस्लिम आबादी वादा देश है, पर समूह का सदस्य नहीं है.

 

कहा जाता है कि पाकिस्तान शुरू से ही इस संगठन का इस्तेमाल भारत के खिलाफ करता रहा है. OIC बार-बार भारत के खिलाफ बोलता रहा हैै. खासकर कश्मीर के मुद्दे पर. हालांकि 2014 में मोदी सरकार बनने के बाद से भारत को लेकर संगठन का रुख नरम रहा है.