दुबई एक्सपो में भी फल-फूल रही भारत-बांग्लादेश मैत्री

Story by  राकेश चौरासिया | Published by  [email protected] | Date 08-12-2021
दुबई एक्सपो में भारत के महावाणिज्य दूत डॉ अमन पुरी और दुबई में बांग्लादेश के महावाणिज्य दूत बीएम जमाल हुसैन
दुबई एक्सपो में भारत के महावाणिज्य दूत डॉ अमन पुरी और दुबई में बांग्लादेश के महावाणिज्य दूत बीएम जमाल हुसैन

 

दुबई. भारत और बांग्लादेश के बीच राजनयिक संबंधों की स्थापना के 50साल पूरे होने पर, दोनों देशों ने मंगलवार शाम को एक्सपो-2020दुबई में इंडिया पवेलियन में मैत्री दिवस मनाया.

यह समारोह भारत-बांग्लादेश साझेदारी के लिए एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर दर्शाता है, क्योंकि इस घटनाक्रम को आधी सदी से ज्यादा अरसा हो गया है और यह मैत्री पूरे क्षेत्र के द्विपक्षीय संबंधों के लिए एक मॉडल के रूप में मजबूत, परिपक्व और विकसित होती रहती है. ऐतिहासिक समारोहों के हिस्से के रूप में, मंडप ने दोनों देशों की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को दर्शाते हुए लोक गीतों और नृत्य सहित विभिन्न प्रदर्शनों का आयोजन किया. दुबई में भारत के महावाणिज्य दूत के साथ उनके बांग्लादेशी समकक्ष ने भी इस कार्यक्रम में भाग लिया.

दुबई में भारत के महावाणिज्य दूत और एक्सपो 2020दुबई में भारत के उपायुक्त-जनरल डॉ अमन पुरी ने कहा, ‘पिछले 50वर्षों में, भारत-बांग्लादेश संबंध केवल मजबूत हुए हैं, और बांग्लादेश का सामाजिक-आर्थिक परिवर्तन हुआ है. यह पूरे क्षेत्र के लिए एक प्रेरणा है.’

डॉ पुरी ने कहा, ‘भारत और बांग्लादेश के प्रधानमंत्रियों के दूरदर्शी नेतृत्व में, दोनों देश संबंधों में एक स्वर्ण युग देख रहे हैं और हमें एक साथ काम करना जारी रखना चाहिए और यह सुनिश्चित करना चाहिए कि यह विशाल सद्भावना भारत और बांग्लादेश के लोगों के लिए और अधिक लाभ देने में सक्षम हो.’

डॉ पुरी ने कहा, ‘हमें यूएई को बधाई देनी चाहिए, जो एक्सपो 2020दुबई में दुनिया को एक साथ आने में सक्षम बना रहा है. यह गर्व की बात है कि हम इंडिया पवेलियन में मैत्री दिवस मना रहे हैं. यह एक महत्वपूर्ण संदेश है कि दुनिया भर की सरकारों को इस वैश्विक का उपयोग करना चाहिए. अपने देशों में लोगों के लाभ के लिए और अधिक सहयोग करने के तरीके और साधन खोजने के लिए मंच ताकि एक साथ हम एक पोस्ट-कोविड अर्थव्यवस्था में मजबूत हो सकें.’

दुबई में बांग्लादेश के महावाणिज्य दूत बीएम जमाल हुसैन ने अपने संबोधन में कहा, ‘मैत्री दिवस का आयोजन भारत और बांग्लादेश के लोगों के बीच गहरी और स्थायी दोस्ती का प्रतिबिंब है, जिसे खून से सींचा गया है और बलिदान साझा किया है.’

उन्होंने कहा, ‘पिछले दशकों में, दोनों देशों ने सुरक्षा, कनेक्टिविटी, बुनियादी ढांचे, बिजली, संस्कृति, लोगों से लोगों के संपर्क, आपदा प्रबंधन, स्वास्थ्य आदि सहित बड़ी संख्या में क्षेत्रों में सहयोग पर उल्लेखनीय प्रगति की है. भारत का बांग्लादेश में साझेदारी और द्विपक्षीय व्यापार अब 10बिलियन अमरीकी डालर से अधिक है. बांग्लादेश-भारत संबंधों को अब पड़ोस की कूटनीति के लिए एक आदर्श माना जाता है.’

इस साल की शुरुआत में मार्च में जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बांग्लादेश की राजकीय यात्रा की, दोनों देशों ने 06दिसंबर को मैत्री दिवस के रूप में मनाने का फैसला किया, क्योंकि इसी दिन 1971में भारत ने बांग्लादेश को मान्यता दी थी. भारत बांग्लादेश के साथ द्विपक्षीय राजनयिक संबंध स्थापित करने वाले पहले देशों में से एक था.

नई दिल्ली और ढाका के अलावा, मैत्री दिवस बेल्जियम, कनाडा, मिस्र, इंडोनेशिया, रूस, कतर, सिंगापुर, यूके, ऑस्ट्रेलिया, फ्रांस, जापान, मलेशिया, सऊदी अरब, दक्षिण अफ्रीका, स्विट्जरलैंड, थाईलैंड, यूएई और यूएसए सहित दुनिया भर के 18 देशों में मनाया जा रहा है.