इस्लामाबाद. प्रसिद्ध बुद्धिजीवी तनवीर जमान खान ने कार्यकर्ता शब्बीर चौधरी के साथ एक साक्षात्कार में कहा कि पूर्व पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान की असहिष्णुता और नफरत की नीति पाकिस्तानी समाज को और विभाजित करेगी और हिंसा को बढ़ावा देगी.
पाकिस्तान में मौजूदा राजनीतिक घटनाक्रम पर बोलते हुए जमान खान ने कहा, ‘‘इमरान खान देश के लिए भयावह स्थिति पैदा कर रहे हैं. अपने जलसा के दौरान वह सेना के विपरीत बयान दे रहे हैं. वह समाज को हिंसा की ओर धकेल रहे हैं. इमरान खान को एक तरफ राजनीति बुनियादी स्तर पर पाकिस्तान के लोगों में नफरत पैदा हो रही है.’’
उन्होंने इमरान खान द्वारा उद्धृत अमेरिकी साजिश को भी बिल्कुल हास्यास्पद करार दिया. उन्होंने कहा, ‘‘पूरा प्रकरण हास्यास्पद था.’’
पाकिस्तान की राजनीति के हाल पर एक सवाल के जवाब में जमान खान ने कहा कि देश में कई अभूतपूर्व घटनाक्रम हो रहे हैं. उन्होंने कहा कि पंजाब विधानसभा में हंगामा पाकिस्तान की राजनीति पर एक धब्बा है. पाकिस्तान के लोग इस हंगामे को अपने टीवी पर देख रहे हैं.
उन्होंने पीएमएल-क्यू नेता और पंजाब विधानसभा अध्यक्ष परवेज इलाही की ‘चोट’ को भी नाटक करार दिया. उन्होंने इसे राजनीतिक आख्यान बताया और कहा कि विधानसभा में उपद्रव करने वाले सभी अभिनेता हैं.
इमरान खान द्वारा आयोजित विशाल रैलियों पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए, जमाल खान ने कहा कि यह कुछ ऐसा है, जो पहले पाकिस्तान डेमोक्रेटिक मूवमेंट द्वारा किया गया था और यह सिर्फ पाकिस्तानी राजनीति का एक हिस्सा है.
शब्बीर चौधरी ने यह भी कहा कि इमरान खान देश के लोगों को बेवकूफ बनाने के लिए झूठ को सच के रूप में पेश करते हैं. उन्होंने कहा, ‘‘उन्होंने एनआरओ की कहानी तय की. इमरान को कोसने वाले कई लोग अब उनके साथ हैं.’’
यह बयान इमरान खान की उन टिप्पणियों के संदर्भ में आया है जहां उन्होंने कहा था कि विपक्ष अपनी भ्रष्ट प्रथाओं को दूर करने के लिए राष्ट्रीय सुलह अध्यादेश 2 लाने की मांग कर रहा है.
कई नियुक्तियों और इस्तीफे के साथ पाकिस्तान की राजनीति में तेजी से बदलाव देखा जा रहा है. पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) के अध्यक्ष और विपक्ष के पूर्व नेता शहबाज शरीफ को देश की नेशनल असेंबली द्वारा पाकिस्तान का 23वां प्रधानमंत्री चुना गया.
अपनी नियुक्ति के बाद शरीफ ने पंजाब प्रांत के राज्यपाल उमर सरफराज चीमा को हटा दिया क्योंकि पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ नेता ने नवनिर्वाचित मुख्यमंत्री हमजा शहबाज शरीफ को शपथ दिलाने से इनकार कर दिया था.
शनिवार को जब पीटीआई नेता उपाध्यक्ष दोस्त मुहम्मद मजारी सत्र की अध्यक्षता करने के लिए पंजाब विधानसभा हॉल पहुंचे, तो सरकारी सदस्यों ने उन पर हमला कर दिया.
दोस्त मोहम्मद मजारी को सरकारी सदस्यों ने थप्पड़ मारा और उसके बाल खींच लिए. सुरक्षा अमले और विपक्ष के सदस्यों ने डिप्टी स्पीकर को सरकारी सदस्यों से छुड़ाया, जिसके बाद वह अपने कार्यालय लौट आए.