इमरान खान की ललकारः पाकिस्तान के इतिहास का सबसे बड़ा प्रदर्शन होगा

Story by  एटीवी | Published by  [email protected] • 1 Years ago
इमरान खान की ललकारः पाकिस्तान के इतिहास का सबसे बड़ा प्रदर्शन होगा
इमरान खान की ललकारः पाकिस्तान के इतिहास का सबसे बड़ा प्रदर्शन होगा

 

इस्लामाबाद. पाकिस्तान के पूर्व प्रधान मंत्री इमरान खान ने कहा है कि वह अगले कुछ दिनों में ‘पाकिस्तान के इतिहास में सबसे बड़े  प्रदर्शन’ की तारीख को अंतिम रूप देंगे. डॉन अखबार ने खान के हवाले से कहा, ‘‘हमें अगले चरण में सच्ची आजादी के अपने अभियान के लिए पूरी तरह से जाना होगा. मैं अगले कुछ दिनों में एक तारीख दूंगा.’’

इस्लामाबाद में पीटीआई की राष्ट्रीय परिषद की बैठक को संबोधित करते हुए, इमरान खान ने कहा कि उनकी पार्टी अपने वकीलों से परामर्श कर रही है, लेकिन पार्टी कार्यकर्ताओं से तैयार रहने का आह्वान किया. उन्होंने कहा, ‘‘यह देश के इतिहास में सबसे बड़ा विरोध होगा. यह हमारा अधिकार है.’’ खान ने कहा, ‘‘मैंने सभी पार्टी संगठनों को तैयार रहने को कहा है. हम सुप्रीम कोर्ट से मंजूरी मिलने का इंतजार कर रहे हैं. जैसे ही यह हो जाएगा, मैं तारीख बता दूंगा.’’

विदेशी साजिश के आरोपों और शहबाज शरीफ सरकार के खिलाफ ‘चयनित सरकार’ की अपनी फटकार को दोहराते हुए इमरान खान सत्ता से अपने निष्कासन के बाद, कई रैलियां कर रहे हैं. हाल ही में एक रैली के दौरान, संकटग्रस्त पीटीआई प्रमुख ने यहां तक कहा कि अगर पाकिस्तान सही फैसले नहीं लेता है, तो पाकिस्तान ‘तीन हिस्सों में टूट सकता है’.

डॉन के लिए एक राय में, पाकिस्तान के विश्लेषक जाहिद हुसैन ने कहा कि एक पूर्व प्रधानमंत्री के इस तरह के लापरवाह बयान उनके उद्देश्यों के बारे में गंभीर चिंता पैदा करते हैं. हुसैन ने कहा, ‘‘वह अपने तरीके से राजनीतिक प्रक्रिया के लिए सैन्य हस्तक्षेप को प्राथमिकता देंगे. उनकी विनाशकारी लोकलुभावन राजनीति न केवल लोकतंत्र के लिए बल्कि राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए भी बेहद खतरनाक है.’’

बुधवार को, पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने बुधवार को कहा कि इमरान खान एक कठिन परिस्थिति से बचने के लिए प्रतिष्ठान तक पहुंचने का प्रयास कर रहे थे. जियो न्यूज पर एक कार्यक्रम के दौरान आसिफ ने कहा, ‘‘इमरान खान हताशा और विफलता के परिणामस्वरूप भ्रमित और होश से बाहर हैं. पाकिस्तानी सेना के खिलाफ उनकी बयानबाजी अभी भी हवा में गूंज रही है, लेकिन वह अब स्थापना से सहायता मांग रहे हैं.’’