आवाज द वॉयस /इस्लामाबाद
पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान ने एक बार फिर मौजूदा सरकार द्वारा उठाए गए कदमों के खिलाफ अपने विरोध की घोषणा की है.शनिवार को एक वीडियो संबोधन में, पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के अध्यक्ष और पूर्व प्रधान मंत्री इमरान खान ने कहा, “वह 2 जुलाई को परेड ग्राउंड में एक विरोध रैली को संबोधित करेंगे, जबकि अन्य प्रमुख शहरों में विरोध प्रदर्शन किया जाएगा.
उन्हांेने कहा, अगले शनिवार शाम इस्लामाबाद परेड ग्राउंड में एक रैली कर रहा हूं. मैं यहां रावलपिंडी और इस्लामाबाद से लोगों को इकट्ठा कर रहा हूं. बाकी पेशावर, लाहौर, कराची, मुल्तान और अन्य प्रमुख शहरों में वहां बैठकें होनी हैं.
पूर्व प्रधानमंत्री ने कहा है कि सुपर टैक्स की वजह से सरकार ने लोगों और वेतनभोगी वर्ग पर ज्यादा बोझ डाला है.उन्होंने कहा कि मौजूदा सरकार अर्थव्यवस्था को ठीक करने के लिए तैयार नहीं है. पूर्व प्रधानमंत्री ने कहा कि मौजूदा सरकार ने आम आदमी की आर्थिक हत्या की है.
उन्होंने कहा, जितना उन्होंने पेट्रोल, डीजल और बिजली की कीमतों में वृद्धि की है, वे नहीं रुकेंगे. पहले कभी कीमतें नहीं बढ़ी.उन्होंने कहा कि एनएबी कानून में संशोधन को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी गई है.
एनएबी संशोधनों के नाम पर, उन्होंने हमारे पाकिस्तान को यहां ले लिया है. मुझे डर है कि जो लोग कहते हैं कि यह एक असफल राज्य नहीं है, उन्होंने देश को आपदा के कगार पर धकेल दिया है.
इमरान खान ने कहा कि सरकार ने सभी बड़े डकैतों को छूट दी है. पाकिस्तान को दुश्मन की जरूरत नहीं है. वे जो करने जा रहे हैं वह देश को नष्ट कर देगा.उन्होंने अपनी चोरी को छिपाने के लिए देश की न्याय प्रणाली को नष्ट कर दिया है.
इमरान खान के मुताबिक, सुपर टैक्स की वजह से कई उद्योगों ने लोगों को बेरोजगार करना शुरू कर दिया है.पूर्व प्रधानमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार ने नाद्रा की मदद से पता लगाया था कि पाकिस्तान में 43 मिलियन परिवार कर का भुगतान नहीं करते हैं.
वे प्रौद्योगिकी के माध्यम से करदाताओं की संख्या में वृद्धि करना चाहते थे.आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के माध्यम से उनके सभी सामान को देखकर, हम जानते थे कि कौन कितना टैक्स दे सकता है.