इस्लामाबाद. पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने रविवार को स्वीकार किया कि देश में कानून के शासन की कमी के कारण देश ने अपनी क्षमता हासिल नहीं की है.
रविवार को प्रसारित शेख हमजा यूसुफ के साथ एक विशेष ऑनलाइन बातचीत में, प्रधानमंत्री ने कहा कि अभिजात वर्ग ने पाकिस्तान के संसाधनों पर कब्जा कर लिया और कानून के शासन की अनुपस्थिति ने न केवल अधिकांश लोगों को बुनियादी सुविधाओं से वंचित कर दिया, बल्कि देश को अपनी अपार क्षमता को प्राप्त करने से भी रोक दिया.
द न्यूज इंटरनेशनल के अनुसार, उन्होंने कहा, ‘समस्या संसाधनों पर अभिजात्य वर्ग का कब्जा था, जो उचित स्वास्थ्य, शिक्षा और न्याय से वंचित था. कानून के शासन की कमी के कारण पाकिस्तान ने अपनी क्षमता हासिल नहीं की.’
उन्होंने आगे कहा, ‘योग्यता कानून के शासन के साथ भी जुड़ी हुई है. यदि आपके पास समाज में योग्यता नहीं है, तो आपके पास यह अभिजात वर्ग है, जो खराब हो गया है. जिसने प्रयास और संघर्ष नहीं किया है और वे मुख्य पदों पर बैठते हैं .... ऐसे में देश बिखर जाते हैं, एक पतनशील अभिजात वर्ग के कारण. लोग नुकसान नहीं करते हैं, अभिजात वर्ग से नुकसान होता है.’
अपनी तथाकथित सरकार की सराहना करते हुए, इमरान खान ने यह भी दावा किया कि सत्तारूढ़ सरकार पाकिस्तान को रियासत-ए-मदीना के सिद्धांतों के आधार पर एक इस्लामिक कल्याणकारी राज्य बनाना चाहती है और इस उद्देश्य को प्राप्त करने के लिए तेजी से काम कर रही है.