नई दिल्ली. रावलपिंडी और इस्लामाबाद के जिला प्रशासन ने मंगलवार आधी रात को फैजाबाद चौराहे को अवरुद्ध कर दिया है. साथ ही, सरकारी एजेंसियों ने प्रतिबंधित तहरीक-ए-लब्बैक पाकिस्तान (टीएलपी) के प्रदर्शनकारियों को रोकने के लिए क्षेत्रों और सड़कों को कंटेनरों से सील करना शुरू कर दिया. ये जानकारी डॉन की रिपोर्ट के जरिये सामने आई है. एक तरफ पुलिस ने टीएलपी के रावलपिंडी के मुखिया के आवास पर फिर से छापेमारी शुरू कर दी है लेकिन उसे गिरफ्तार नहीं किया है.
टीएलपी नेता को शुक्रवार को हिरासत में लिया गया है. हालांकि, बाद में उन्हें रिहा कर दिया गया जब सरकार ने प्रतिबंधित पार्टी के नेताओं के साथ बातचीत की.
रिपोर्ट में कहा गया है कि रावलपिंडी और इस्लामाबाद से गुरुवार से कानून प्रवर्तन एजेंसियों द्वारा गिरफ्तार किए गए टीएलपी कार्यकर्ताओं में से केवल पांच को सोमवार को अदियाला जेल से रिहा किया गया.
सुबह से पहले गैरीसन सिटी में पुलिस की तैनाती की जानी थी और किसी भी विरोध को रोकने के लिए कंटेनरों और कंटीले तारों से सड़कों को अवरुद्ध कर दिया गया.
आंतरिक मंत्री शेख राशिद ने घोषणा की है कि सरकार देश से फ्रांसीसी राजदूत को निकालने की टीएलपी की मांग को पूरा नहीं कर सकती है. पार्टी ने कहा कि उसके कार्यकर्ता इस्लामाबाद पर मार्च करेंगे.
पाकिस्तान पंजाब सरकार ने टोबा टेक सिंह, मियांवाली, खुशाब और बहावलपुर के जिला पुलिस अधिकारियों को रावलपिंडी के क्षेत्रीय पुलिस अधिकारी इमरान अहमर को अतिरिक्त कर्मियों के साथ रिपोर्ट करने का निर्देश दिया, ताकि कानून और व्यवस्था की स्थिति से निपटने के लिए रावलपिंडी रेंज पुलिस की सहायता की जा सके.