आवाज द वाॅयस/ नई दिल्ली
पाकिस्तानी पीएम इमरान खान ने कहा कि वह भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ एक लाइव टीवी चर्चा करना चाहते हैं.मंगलवार को प्रसारित रूस के आरटी टेलीविजन चैनल के साथ एक साक्षात्कार में, पाकिस्तानी प्रधानमंत्री ने भारत में अल्पसंख्यकों का जिक्र करते हुए कहा कि भारत में एक ‘नस्लवादी विचारधारा‘ है जो जर्मन नाजी के आंदोलन से प्रभावित.
उन्होंने कहा कि भारत में हिंदू राष्ट्रवादी आंदोलन जर्मन नाजियों से प्रभावित और प्रशंसित है.इमरान खान ने कहा कि राष्ट्रवाद दो तरह का होता है, एक नकारात्मक और दूसरा सकारात्मक. दोनों में अंतर होना चाहिए. जब मैं कहता हूं कि हमारा देश बहुत सक्षम है और आगे बढ़ रहा है.
लेकिन अगर मैं कहूं कि आप सबसे अच्छे राष्ट्र हैं, लेकिन इन अन्य समुदायों के कारण विकसित नहीं हो सकते हैं, तो यह दूसरों के प्रति घृणा और रक्तपात पैदा करता है.रूसी टीवी होस्ट ने कहा, ‘‘हमें यकीन है कि भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दिल्ली में आपसे सहमत नहीं होंगे और अगर वह इस पर अपने विचार देना चाहते हैं, तो हम उन्हें प्रसारित करेंगे.‘‘
इस पर प्रधानमंत्री इमरान खान ने कहा, ‘‘मुझे नरेंद्र मोदी के साथ टीवी पर चर्चा करने में खुशी होगी.‘‘साक्षात्कार आयोजित करने वाली महिला होस्ट ने कहा कि उनका चैनल इस चर्चा को आयोजित करना एक सम्मान की बात मानेगा.
पाकिस्तानी प्रधानमंत्री ने कहा कि बहस करना बहुत अच्छा होगा ताकि उपमहाद्वीप के एक अरब से अधिक लोग इसके माध्यम से अपने विवादों को हल कर सकेंगे.उन्होंने कहा कि संयुक्त राज्य अमेरिका और चीन के बीच सहयोग के साथ रूस के साथ साझेदारी से मानवता को लाभ होगा.
इमरान खान से पूछा गया कि वह कैसे प्रधानमंत्री बनना चाहेंगे? तो उनका जवाब था कि वह चीन की तरह लोगों को गरीबी से बाहर निकालने के तरीके के रूप में देखते हैं.समाज को कानून के शासन और अपने नागरिकों की भलाई की जरूरत है. मैं चीन की तरह गरीबों को उठाना चाहता हूं. अगर मैं ऐसा करने में सफल होता हूँ, तो मुझे अपने निर्माता से मिलकर खुशी होगी.‘‘