तीन अफ्रीकी देशों में शुरू हुआ एचआईवी वैक्सीन जैसा इंजेक्शन, संक्रमण रोकने में प्रभावी

Story by  एटीवी | Published by  [email protected] | Date 02-12-2025
HIV vaccine-like injection launched in three African countries, effective in preventing infection
HIV vaccine-like injection launched in three African countries, effective in preventing infection

 

न्यू याॅर्क

फ्रांसीसी समाचार एजेंसी एएफपी के मुताबिक एस्वातीनी, दक्षिण अफ्रीका और जाम्बिया ने एचआईवी संक्रमण की रोकथाम के लिए एक नई दवा का आधिकारिक रूप से उपयोग शुरू कर दिया है। दुनिया में एचआईवी के सबसे अधिक मामलों वाले महाद्वीप में यह दवा पहली बार बड़े पैमाने पर लागू की जा रही है।

यह दवा—लेनाकापाविर—साल में दो बार दी जाने वाली इंजेक्शन आधारित थेरेपी है, जो एचआईवी संक्रमण के खतरे को 99.9% से अधिक कम करने में सक्षम है। विशेषज्ञ इसे प्रभावी रूप से “प्रिवेंटिव वैक्सीन जैसी तकनीक” मान रहे हैं।

दक्षिण अफ्रीका में उच्च संक्रमण दर के बीच शुरुआत

दक्षिण अफ्रीका में हर पाँच में से एक वयस्क एचआईवी से पीड़ित है। वहीं, यूएनएड्स के सहयोग से विट्स यूनिवर्सिटी की एक शोध इकाई नागरिकों को यह इंजेक्शन देना शुरू कर चुकी है।

यूएनएड्स ने अपने बयान में कहा,
“दक्षिण अफ्रीका में पहली बार लोगों ने एचआईवी की रोकथाम के लिए लेनाकापाविर का उपयोग शुरू किया है। यह कम और मध्यम आय वाले देशों में इस छह-मासिक इंजेक्शन का पहला आधिकारिक प्रयोग है।”

अमेरिका में महंगी दवा, अफ्रीका में शुरुआती खुराक सीमित

अमेरिका में इस इंजेक्शन की कीमत 28,000 डॉलर प्रति व्यक्ति प्रतिवर्ष है। एजेंसी ने यह स्पष्ट नहीं किया कि अफ्रीका में कितने लोगों को शुरुआती खुराक दी गई है, लेकिन उम्मीद है कि 2025 में व्यापक टीकाकरण शुरू हो जाएगा।

जाम्बिया और एस्वातीनी को हाल ही में अमेरिकी कार्यक्रम के तहत 1,000 खुराकें मिलीं, और विश्व एड्स दिवस के अवसर पर दोनों देशों ने इंजेक्शन लगाया जाना शुरू कर दिया।

एस्वातीनी के हुक्विनी क्षेत्र में दवा का शुभारंभ पारंपरिक नृत्य और गीतों के साथ हुआ। देश के प्रधानमंत्री रसेल डलामिनी ने इसे “राष्ट्रीय एचआईवी रोकथाम कार्यक्रम में ऐतिहासिक मोड़” बताया।

अगले तीन साल में 20 लाख मुफ्त खुराकें

अमेरिकी कार्यक्रम के तहत दवा निर्माता गिलियड साइंसेज ने अगले तीन वर्षों में एचआईवी के गंभीर रूप से प्रभावित देशों में 20 लाख लोगों को लेनाकापाविर मुफ्त उपलब्ध कराने पर सहमति जताई है।

हालाँकि, अमेरिका और दक्षिण अफ्रीका के बीच नीतिगत मतभेदों के कारण दक्षिण अफ्रीका को इन मुफ्त खुराकों में शामिल नहीं किया गया है, जबकि वहां नैदानिक परीक्षण जारी हैं।

अमेरिकी विदेश विभाग के वरिष्ठ अधिकारी जेरेमी लेविन ने कहा,
“हम चाहते हैं कि दक्षिण अफ्रीका जैसे सक्षम देश अपने नागरिकों के लिए यह दवा खुद खरीदें।”

टीकाकरण कार्यक्रम पर सवाल

कुछ विशेषज्ञों का कहना है कि शुरुआती खुराकों की संख्या वास्तविक मांग की तुलना में बेहद कम है। साथ ही, बाज़ार मूल्य आम लोगों की पहुँच से बाहर है।

यूएनएड्स के 2024 के अनुसार, दुनिया में एचआईवी से पीड़ित 4.8 करोड़ लोगों में से लगभग 52% पूर्वी और दक्षिणी अफ्रीका में रहते हैं।
जाम्बिया में ही 14 लाख एचआईवी मरीज हैं और हर साल 30,000 नए मामले सामने आते हैं।

एस्वातीनी जैसे छोटे देश में 2.2 लाख मरीज, कुल 12 लाख आबादी के मुकाबले, एक चिंताजनक आँकड़ा है।

2027 से मिलेगा सस्ता जेनेरिक संस्करण

यूएनएड्स, गेट्स फ़ाउंडेशन और एक भारतीय फार्मा कंपनी के साथ समझौते के बाद उम्मीद है कि 2027 से 100 से अधिक देशों में लेनाकापाविर का जेनेरिक संस्करण मात्र 40 डॉलर प्रति वर्ष में उपलब्ध होगा।