आशा खोसा / नई दिल्ली
बांग्लादेश की सरकार ने अपनी उदार नीतियों की निरंतरता को बनाए रखते हुए इजरायल से दोस्ती के संकेत देना शुरू कर दिया है और इजरायल की यात्रा को अवैध घोषित कर दिया है. हालांकि, अब यह नीति बदल गई है.
बांग्लादेश ने अपने पासपोर्ट से ‘इजराइल को छोड़कर सभी देशों के लिए कानूनी’ खंड को हटाकर अपने नागरिकों पर यात्रा प्रतिबंध हटा लिया है.
ढाका से प्रकाशित एक अंग्रेजी अखबार ब्लिट्ज के अनुसार, ईद-उल-फितर के बाद जारी किए गए ई-पासपोर्ट से ‘यह पासपोर्ट इजरायल को छोड़कर दुनिया के सभी देशों के लिए मान्य है’ वाक्यांश को हटा दिया गया है. पासपोर्ट अब दुनिया के सभी देशों के लिए मान्य हैं.
Great news! #Bangladesh has removed travel ban to Israel. This is a welcome step & I call on the Bangladeshi government to move forward and establish diplomatic ties with #Israel so both our peoples could benefit & prosper.@IsraelMFA #IsraelLooksEast https://t.co/LbOLbm9dfG
— Gilad Cohen 🇮🇱 (@GiladCohen_) May 22, 2021
ब्लिट्ज को सलाहुद्दीन शोएब चौधरी द्वारा प्रकाशित किया जाता है, जो अतीत में कई मौकों पर इजरायल के साथ घनिष्ठ संबंधों के कारण विवादास्पद रहे हैं. उन्हें देश के कानूनों के उल्लंघन में तेल अवीव में एक सेमिनार में भाग लेने के लिए देशद्रोह का भी दोषी पाया गया था. वह इजरायल के साथ अपने देश की दोस्ती के कट्टर समर्थक हैं.
इजरायल के विदेश मंत्रालय के अधिकारी गिलार्ड कोहेन, एशिया और प्रशांत के उप महानिदेशक ने इस कदम का स्वागत किया. उन्होंने ट्विटर पर कहा कि 1971 में बांग्लादेश की आजादी के बाद से बांग्लादेश ने इजरायल को मान्यता नहीं दी थी, फिर भी भारत और पाकिस्तान के बीच 1971 के युद्ध के बाद बांग्लादेश को मान्यता देने वाले इजरायल पहले चार में से एक था.
अखबार ने प्रधानमंत्री शेख हसीना की 2009 के बाद से अपने देश को तेजी से आर्थिक विकास के पथ पर आगे बढ़ाने और चरमपंथी इस्लामी उग्रवाद का मुकाबला करने की नीति की भी प्रशंसा की.
यह ध्यान दिया जाना चाहिए कि बांग्लादेश के संविधान में धर्मनिरपेक्षता के प्रावधान हैं और कई बार चुनौती दिए जाने के बावजूद, देश की अदालतों ने इसे बरकरार रखा है.
इससे पहले, ताइवान के साथ कोई राजनयिक संबंध नहीं होने के बावजूद, बांग्लादेश ने ताइवान की यात्रा करने की अनुमति देने के लिए अपने पासपोर्ट से ‘ताइवान को छोड़कर’ हटा दिया था. अखबार की रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत के साथ बांग्लादेश के आर्थिक संबंधों में काफी वृद्धि हुई है.
ऐसा माना जाता है कि नए जारी किए गए पासपोर्ट के साथ, बांग्लादेशी नागरिकों के इजराइल जाने पर कोई कानूनी प्रतिबंध नहीं होगा और इससे दोनों देशों के बीच सहयोग का एक नया रास्ता खुल जाएगा.
दैनिक का कहना है कि इजराइल ने संयुक्त अरब अमीरात सहित मध्य पूर्व में कई मुस्लिम देशों के साथ संबंध स्थापित किए हैं, जिसके परिणामस्वरूप इजराइल और इन देशों के बीच आर्थिक और तकनीकी सहयोग की विभिन्न परियोजनाओं पर चर्चा की जा रही है.
ब्लिट्ज ने कहा कि बांग्लादेशियों को अपने नए जारी किए गए पासपोर्ट का उपयोग करने के बाद इजरायल की यात्रा करने की अनुमति देने से तकनीकी, आर्थिक और अन्य सहयोग के अवसर खुलेंगे.