न्यूयॉर्क/वॉशिंगटन
अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रूबियो ने कहा है कि अमेरिका क्वाड (भारत, जापान, ऑस्ट्रेलिया और अमेरिका का चार-सदस्यीय समूह) के प्रति “गहन रूप से प्रतिबद्ध” है और आने वाले वर्ष में इस साझेदारी को और मज़बूत बनाया जाएगा।
रूबियो ने सोमवार को कहा,“हम क्वाड के प्रति गहरी प्रतिबद्धता रखते हैं। जापान और भारत के साथ मिलकर क्वाड के ढांचे को और विस्तारित करने पर काम जारी रहेगा, और आप इसे स्पष्ट रूप से देखेंगे।”
वे यह बयान ऑस्ट्रेलिया-अमेरिका मंत्री स्तरीय वार्ता से पहले दिए गए संबोधन में दे रहे थे, जिसमें अमेरिकी युद्ध सचिव पीट हेगसेथ, ऑस्ट्रेलिया के उप प्रधानमंत्री और रक्षा मंत्री रिचर्ड मार्ल्स, और विदेश मंत्री पेनी वोंग भी मौजूद थे।
क्वाड के साथ पहला काम:रूबियो
रूबियो ने बताया कि जनवरी में विदेश मंत्री के रूप में शपथ लेने के तुरंत बाद उनकी पहली आधिकारिक बैठक क्वाड विदेश मंत्रियों के साथ ही हुई थी।उन्होंने कहा,“मैंने नीचे शपथ ली और सीधे लिफ़्ट से ऊपर आकर इसी कमरे में क्वाड की बैठक की। विदेश मंत्री के रूप में यह मेरा पहला कार्यक्रम था।”
उन्होंने यह भी बताया कि इस साल क्वाड की कम से कम तीन बैठकों में वे शामिल हुए हैं और अगले साल इस सहयोग को और व्यापक रूप से आगे बढ़ाया जाएगा।
भारत में होने वाली क्वाड समिट की प्रतीक्षा
विदेश मंत्री एस. जयशंकर, जापानी विदेश मंत्री ताकेसी इवाया, रूबियो और वोंग ने 21 जनवरी को क्वाड विदेश मंत्रियों की बैठक की थी, जो राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के दूसरे कार्यकाल की शुरुआत के बाद पहली बैठक थी।
क्वाड मंत्रियों ने जुलाई में वॉशिंगटन डीसी में भी बैठक की थी।2025 की क्वाड लीडर्स समिट भारत में होने वाली है, हालांकि तारीखों की घोषणा अभी नहीं की गई है।
नई दिल्ली और हवाई में क्वाड की सक्रियता
-
क्वाड काउंटर-टेररिज्म वर्किंग ग्रुप (CTWG) की तीसरी बैठक 4–5 दिसंबर को नई दिल्ली में आयोजित हुई। यह बैठक भारत के अगली क्वाड समिट के मेजबान बनने की प्रक्रिया का हिस्सा है।
-
अमेरिका ने 2–5 दिसंबर को चौथा वार्षिक क्वाड मानवतावादी सहायता और आपदा प्रतिक्रिया (HADR) टेबलटॉप अभ्यास होनोलूलू, हवाई में आयोजित किया।
इन अभ्यासों में भारत, जापान, ऑस्ट्रेलिया और अमेरिका के वरिष्ठ अधिकारी शामिल हुए, जिनका उद्देश्य इंडो-पैसिफिक क्षेत्र में आपदा प्रतिक्रिया क्षमता को मजबूत करना है।अमेरिका के इस बयान से स्पष्ट है कि भारत-प्रशांत क्षेत्र में रणनीतिक संतुलन और सहयोग बढ़ाने में क्वाड की भूमिका आने वाले वर्षों में और भी महत्वपूर्ण होगी।






.png)