हामिद करजई: तालिबान ने अपने वादे पूरे नहीं किए

Story by  राकेश चौरासिया | Published by  [email protected] | Date 20-09-2021
हामिद करजई
हामिद करजई

 

काबुल. अफगानिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति हामिद करजई ने कहा है कि जब से उन्होंने पिछले महीने के अंत में देश पर कब्जा किया, तालिबान ने लड़कियों की शिक्षा, महिलाओं के अधिकारों के साथ-साथ राष्ट्रीय ध्वज पर निर्णय जैसे विभिन्न मुद्दों पर अपनी प्रतिबद्धताओं को पूरा नहीं किया है.

 
खामा न्यूज की एक रिपोर्ट ने रविवार को पूर्व नेता के हवाले से हाल ही में एक साक्षात्कार में कहा कि तालिबान के साथ बातचीत के दौरान, उन्होंने मुख्य रूप से तीन चीजों पर लड़कियों की शिक्षा, अफगान समाज में महिलाओं की प्रतिष्ठा और एक समावेशी सरकार की ओर ध्यान केंद्रित किया है.
 
उन्होंने कहा कि अफगानिस्तान के लोगों को "एक ऐसी सरकार की जरूरत है जिसमें वे बिना किसी डर के रह सकें, दुनिया के साथ अच्छे संबंध रख सकें, विकास के लिए काम कर सकें और लोगों को खुशी से जीने दे सकें."
 
करजई ने कहा, "हमें एक कैबिनेट की जरूरत है जो पूरे अफगानिस्तान का प्रतिनिधित्व करे, इसमें सभी जातियों की महिलाओं और लोगों को देखा जाए, लेकिन तालिबान ने जो घोषणा की है वह परिभाषा को पूरा नहीं करती है."
 
पूर्व राष्ट्रपति ने आगे कहा कि लोग अब भी अपनी बेटियों के भविष्य को लेकर डरे हुए हैं क्योंकि तथाकथित एकाधिकार वाली कैबिनेट ने अफगान नागरिकों के बीच चिंता बढ़ा दी है.
 
करजई दिसंबर 2001 से सितंबर 2014 तक राष्ट्रपति रहे और 15 अगस्त को तालिबान के लिए अफगान राजधानी के पतन के बाद से काबुल में ही रहे हैं.