काबुल. अफगानिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति हामिद करजई ने अफगानिस्तान के लिए ईरान के विशेष दूत हसन काजिमी कोमी से मुलाकात की और गुरुवार को ईरान-अफगानिस्तान संबंधों पर चर्चा की.
करजई ने एक ट्वीट में कहा, ‘पूर्व राष्ट्रपति हामिद करजई ने अफगानिस्तान के लिए ईरान के विशेष दूत हसन काजिमी कोमी से मुलाकात की और ईरान-अफगानिस्तान संबंधों पर विचारों का आदान-प्रदान किया.’
हाल ही में, तालिबान के सह-संस्थापक और कार्यवाहक उप प्रधानमंत्री मुल्ला अब्दुल गनी बरादर ने भी अफगानिस्तान में ईरान के विशेष दूत से मुलाकात की और राजनीतिक, सुरक्षा, आर्थिक और सांस्कृतिक मुद्दों पर चर्चा की.
स्थानीय मीडिया ने मंगलवार को यह सूचना दी.
अफगानिस्तान के लिए ईरान के विशेष दूत हसन काजिमी कोमी ने कार्यवाहक विदेश मंत्री आमिर खान मुत्ताकी और कार्यवाहक वाणिज्य मंत्री नूराद्दीन अजीजी से भी मुलाकात की थी.
इससे पहले, ईरान के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता सईद खतीबजादे ने एक बयान में कहा कि अंतर्राष्ट्रीय समुदाय अफगानिस्तान में एक सर्व-समावेशी और जिम्मेदार सरकार की मांग कर रहा है और कहा कि ईरान कभी भी अफगान लोगों को अकेला नहीं छोड़ेगा.
दूसरी ओर, करजई ने पूर्वी नंगरहार में जुमे की नमाज के दौरान एक मस्जिद में इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस (आईडी) के कारण हुए विस्फोट की निंदा की और कहा कि यह कृत्य मानवीय मूल्यों के खिलाफ है. इस विस्फोट में कथित तौर पर दावा किया गया कि तीन लोगों की जान चली गई और 17अन्य घायल हो गए.
टोलोन्यूज ने बताया कि उन्होंने यह भी कहा कि लोगों को निशाना बनाने का आतंकवादी कृत्य इस्लामी और मानवीय मूल्यों के खिलाफ था.
समाचार चैनल ने तालिबान सरकार में कार्यवाहक सूचना और संस्कृति मंत्री जबीउल्लाह मुजाहिद के हवाले से कहा, ‘इन अपराधियों के साथ इस्लामी नियमों और शरीयत के आधार पर व्यवहार किया जाएगा.’