फ्रांस राष्ट्रपति मैक्रों ने संयुक्त राष्ट्र में दिया मोदी का हवाला, विकसित-विकासशील देशों में सहयोग की अपील

Story by  राकेश चौरासिया | Published by  [email protected] | Date 21-09-2022
इमैनुएल मैक्रों
इमैनुएल मैक्रों

 

आवाज-द वॉयस / नई दिल्ली-संयुक्त राष्ट्र


प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत विश्व की नई व्यवस्था में अग्रणी भूमिका निभा रहा है. मोदी विश्व बिरादरी के समक्ष वैश्विक मंचों पर जो भारतीय दर्षन प्रस्तुत करते हैं, वह विष्व के अग्रणी नेताओं को भी रास आने लगा है और उसकी स्वीकार्यता बढ़ी है. यही कारण है कि पहले तुर्की के अनमने राष्ट्रपति तैयप रैचप एर्दोगन ने कश्मीर पर तटस्थ रुख अपनाया और कश्मीर में स्थायी शांति के समाधान की बात की. और अब फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने प्रधानमंत्री मोदी का हवाला देते हुए उत्तर-दक्षिण की दरार को दूर करने और दुनिया की समस्याओं पर कार्रवाई करने के लिए एक वैश्विक गठबंधन बनाने का आह्वान किया है.


उन्होंने मंगलवार को महासभा की उच्चस्तरीय बैठक में कहा, "भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का कहना सही है कि यह समय युद्ध का नहीं है, यह समय पूर्व का पश्चिम से बदला लेने या पश्चिम का विरोध करने का नहीं है. यह समय है हमारे सामने आने वाली चुनौतियों का सामूहिक रूप से सामना करने का." उन्होंने कहा, "मैं जानता हूं कि यहां ऐसे देश हैं जिन्होंने इस युद्ध में तटस्थता का एक रूप चुना है और कह रहे हैं कि वे गठबंधन नहीं कर रहे हैं." उन्होंने कहा, "वे गलत हैं, वे एक ऐतिहासिक गलती कर रहे हैं."

उन्होंने कहा कि गुट निरपेक्ष आंदोलन ने शांति के लिए, राज्यों की संप्रभुता के लिए, क्षेत्रीय अखंडता के लिए लड़ाई लड़ी, लेकिन जो आज चुप हैं, वे वास्तव में एक नए साम्राज्यवाद के कारण एक तरह से उलझे हुए हैं. मैक्रों ने प्रतिबंधों का विरोध करने वाले देशों की भी आलोचना की, क्योंकि यह उन्हें आर्थिक रूप से प्रभावित कर सकता है. 

 

(एजेंसी इनपुट सहित)

 

आवाज-द वॉयस / नई दिल्ली-संयुक्त राष्ट्र


प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत विष्व की नई व्यवस्था में अग्रणी भूमिका निभा रहा है। मोदी विष्व बिरादरी के समक्ष वैष्विक मंचों पर जो भारतीय दर्षन प्रस्तुत करते हैं, वह विष्व के अग्रणी नेताओं को भी रास आने लगा है और उसकी स्वीकार्यता बढ़ी है। यही कारण है कि पहले तुर्की के अनमने राष्ट्रपति तैयप रैचप एर्दोगन ने कष्मीर पर तटस्थ रूख अपनाया और कष्मीर में स्थायी शांति के समाधान की बात की। और अब फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने प्रधानमंत्री मोदी का हवाला देते हुए उत्तर-दक्षिण की दरार को दूर करने और दुनिया की समस्याओं पर कार्रवाई करने के लिए एक वैश्विक गठबंधन बनाने का आह्वान किया है।


उन्होंने मंगलवार को महासभा की उच्चस्तरीय बैठक में कहा, "भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का कहना सही है कि यह समय युद्ध का नहीं है, यह समय पूर्व का पश्चिम से बदला लेने या पश्चिम का विरोध करने का नहीं है। यह समय है हमारे सामने आने वाली चुनौतियों का सामूहिक रूप से सामना करने का।" उन्होंने कहा, "मैं जानता हूं कि यहां ऐसे देश हैं जिन्होंने इस युद्ध में तटस्थता का एक रूप चुना है और कह रहे हैं कि वे गठबंधन नहीं कर रहे हैं।" उन्होंने कहा, "वे गलत हैं, वे एक ऐतिहासिक गलती कर रहे हैं।"

उन्होंने कहा कि गुट निरपेक्ष आंदोलन ने शांति के लिए, राज्यों की संप्रभुता के लिए, क्षेत्रीय अखंडता के लिए लड़ाई लड़ी, लेकिन जो आज चुप हैं, वे वास्तव में एक नए साम्राज्यवाद के कारण एक तरह से उलझे हुए हैं। मैक्रों ने प्रतिबंधों का विरोध करने वाले देशों की भी आलोचना की, क्योंकि यह उन्हें आर्थिक रूप से प्रभावित कर सकता है। 

 

(एजेंसी इनपुट सहित)