आवाज द वाॅयस / इस्लामाबाद
प्रतिबंधित तहरीक-ए-लब्बैक का काफिला फिलहाल साधुकी से पांच किलोमीटर दूर है, वहीं पुलिस और प्रदर्शकारियों के बीच झड़प हो गई. इस बीच पुलिस ने प्रदर्शनकारियों पर फायरिंग कर दी. इस क्रम में एक पुलिसकर्मी से सहित पांच लोगों के मरने की खबर है. तनाव बढ़ता देख कई इलाके में इंटरनेट सेवा बंद कर दी गई है.
तहरीक-ए-लब्बैक के प्रवक्ता के मुताबिक, पुलिस ने काफिले के दोनों ओर से गोलाबारी की, जबकि स्थानीय प्रशासन ने मार्च से साधुकी में प्रवेश करने से पहले कई जगहों पर कंटेनर से सड़क बंद कर दिया.सड़कें खोद डालीं .
उधर, लाहौर के एक पत्रकार राय शाहनवाज के अनुसार, पुलिस ने कहा कि कसूर का एक एएसआई मारा गया, जबकि टीएलपी ने भी चार मौतों का दावा किया है, जिसकी अभी पुष्टि नहीं हुई है.टीएलपी मार्च रोकने के लिए लाहौर, शेखूपुरा और गुजरांवाला में पुलिस बल लगाया गया है. मार्च के आसपास इंटरनेट सेवाएं पहले ही बंद कर दी गई.
इससे पहले सुबह करीब 10बजे टीएलपी ने मुरीदके से अपना मार्च दोबारा शुरू किया और सरकार द्वारा खड़ी कंटेनर को क्रेन की मदद से हटा दिया.पंजाब पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि पुलिस साधुकी से पहले मार्च को रोकने की तैयारी में. देर रात इलाके में हजारों पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया .
इससे पहले, प्रतिबंधित धार्मिक पार्टी तहरीक-ए-लब्बैक ने सरकार द्वारा समय पर अपनी मांगों को पूरा करने में विफल रहने के बाद मुरीदके में चार दिवसीय धरने के बाद इस्लामाबाद की ओर अपना मार्च फिर से शुरू करने की घोषणा की है.
मार्च का नेतृत्व करने वाले मुफ्ती मोहम्मद वजीर के अनुसार, ‘‘हमने इस्लामाबाद की ओर मार्च फिर से शुरू कर दिया है. हमने बातचीत को सफल बनाने की पूरी कोशिश की, लेकिन सरकार गंभीर नहीं है. प्रदर्शनकारी पाकिस्तान से फ्रांस के राजदूत को निकालने और फ्रांसीसी दूतावास बंद करने की मांग कर रहे हैं.