काबुल. अफगानिस्तान के पंजशीर प्रांत में तालिबान और अहमद मसूद के नेतृत्व वाले प्रतिरोध बलों के बीच संघर्ष में आठ तालिबान आतंकवादी मारे गए और कई घायल हो गए.
एक समाचार एजेंसी के अनुसार, तालिबान ने पंजशीर में विद्रोहियों पर हमला किया और दोतरफा गोलीबारी के दौरान 8 तालिबान मारे गए और 8 घायल हो गए, जबकि राष्ट्रीय प्रतिरोध बल के दो लड़ाके भी मारे गए.
पंजशीर के अहमद मसूद पिछली अशरफ गनी की कैबिनेट में पूर्व मंत्री थे. प्रतिरोध बल में उपराष्ट्रपति अमरुल्ला सालेह भी शामिल हैं, जो तालिबान का विरोध कर रहे हैं.
अशरफ गनी के रक्षा मंत्री जनरल बिस्मिल्लाह महमूदी ने एक ट्वीट में तालिबान लड़ाकों के मारे जाने की पुष्टि की है.
तालिबान ने पंजशीर में झड़पों और हताहतों की संख्या से इनकार या पुष्टि नहीं की है.#مقاومتملی
— General Bismillah Mohammadi (@Muham_madi1) August 31, 2021
پیروزی حق بر باطل
٫الله اکبر،
«شب گذشته طالبان #تروریست بالای پنجشیر حمله کردند، اما با ۷ کشته و چندین زخمی، شکست خوردند، مردم ما تشویش نداشته باشند»
با دادن تلفات زیاد عقب نشینی کردند.
این وطن از شر غلامان پنجاب آزاد خواهد شد!
पंजशीर एकमात्र ऐसा प्रांत है, जहां तालिबान ने अभी तक अपनी उपस्थिति दर्ज नहीं कराई है.
पूर्व उत्तरी गठबंधन के गढ़ पंजशीर में सोवियत संघ के खिलाफ युद्ध के कमांडर अहमद शाह मसूद के बेटे अहमद मसूद ने तालिबान सरकार को मान्यता देने से इनकार कर दिया है.
अहमद मसूद के इनकार पर, तालिबान लड़ाके पंजशीर सीमा पर खड़े हो गए और ऐसी खबरें थीं कि तालिबान ने भोजन और हथियारों की आपूर्ति लाइन काट दी थी, जबकि तालिबान नेता बातचीत के लिए पहुंचे थे, जो बेकार साबित हुए.
जब वार्ता विफल हो गई, तो तालिबान ने पंजशीर पर हमला किया, लेकिन अहमद मसूद के नेतृत्व में राष्ट्रीय प्रतिरोध बल ने पलटवार किया. अफगानिस्तान में पंजशीर 39 में से एकमात्र प्रांत बन गया है जहां तालिबान को प्रतिरोध का सामना करना पड़ता है.
पहली झड़प 23 अगस्त को पंजशीर में हुई, जिसमें दोनों पक्षों ने जान-माल के भारी नुकसान के परस्पर विरोधी दावे किए.
गौरतलब है कि तालिबान का नेतृत्व सबसे चतुर कमांडर कारी फसीहुद्दीन द्वारा किया जा रहा है, जबकि राष्ट्रीय प्रतिरोध बल का नेतृत्व पूर्व उत्तरी गठबंधन के मारे गए अमीर अहमद शाह मसूद के बेटे अहमद मसूद द्वारा किया जा रहा है.