इस्लामाबाद. बलूच महिलाओं को जबरन घसीटते हुए और एक वैन में बंद करते हुए वायरल एक वीडियो में स्पष्ट रूप से वर्णन किया गया है कि बलूच नागरिकों का जबरन गायब होना और उनकी हत्या करना पाकिस्तान में एक दिनचर्या बन गई है.
ट्विटर पर वायरल वीडियो में दिखाया गया है कि पाकिस्तानी सेना बलूच महिलाओं के साथ कैसा व्यवहार करती है.
महिला अधिकार अधिवक्ता फाजिला बलूच ने ट्वीट किया, “पाकिस्तानी सेना बलूच महिलाओं के साथ ऐसा व्यवहार करती है. बलूचिस्तान में सेना और आईएसआई द्वारा बलूच नागरिकों की जबरन गायब होना और उनकी हत्या करना एक दिनचर्या बन गई है. पाकिस्तान की यह सारी बर्बरता बलूचिस्तान में मीडिया ब्लैकआउट के कारण किसी का ध्यान नहीं जाता है.
इससे पहले, संयुक्त राष्ट्र महासभा में भारत की प्रथम सचिव स्नेहा दुबे ने अपने अल्पसंख्यक समुदायों को दबाने के लिए पाकिस्तान के प्रधान मंत्री इमरान खान को जवाब देने के अधिकार में नारा दिया था, “आज, पाकिस्तान में अल्पसंख्यक सिख, हिंदू, ईसाई अपने अधिकारों के निरंतर भय और राज्य प्रायोजित दमन में रहते हैं. यह एक ऐसा शासन है, जहां यहूदी-विरोधीवाद को उसके नेतृत्व द्वारा न्यूट्रलाइज किया जाता है.”.
उन्होंने कहा, “असहमति की आवाजों को रोजाना दबा दिया जाता है और जबरन गायब कर दिया जाता है और न्यायेतर हत्याओं को अच्छी तरह से प्रलेखित किया जाता है.”
This is how Pakistani forces treats Baloch women.
— Fazila Baloch🌺☀️ (@IFazilaBaloch) September 26, 2021
Enforced disappearances and killing of Baloch civilians has become a routine by army and ISI in Balochistan.
All this barbarism of Pakistan goes unnoticed because of media blackout in Balochistan. pic.twitter.com/uG5b35bTy4