पाकिस्तान पर फेसबुक का चाबुक चला, कई संदेहजनक अकाउंट्स और पेज ब्लॉक

Story by  मुकुंद मिश्रा | Published by  [email protected] | Date 04-06-2021
पाकिस्तान पर फेसबुक का चाबुक चला, कई संदेहजनक अकाउंट्स और पेज ब्लॉक
पाकिस्तान पर फेसबुक का चाबुक चला, कई संदेहजनक अकाउंट्स और पेज ब्लॉक

 

सैन फ्रांसिस्को.  फेसबुक ने संदिग्ध तौर पर चल रहे कई खातों, पेजों और समूहों को हटा दिया है जो पाकिस्तान द्वारा बनाए गए थे. ये खाते प्रमुख तौर पर वैश्विक स्तर के साथ अंग्रेजी, अरबी और पश्तो भाषी दर्शकों को ध्यान में रखकर बनाए गए थे.

इसके तहत कार्रवाई करते हुए फेसबुक ने पाकिस्तान द्वारा बनाए गए संदिग्ध 40 फेसबुक अकाउंट, 25 पेज, छह ग्रुप और 28 इंस्टाग्राम अकाउंट को हटा दिया है.

सोशल नेटवर्क फेसबुक ने गुरुवार को एक बयान में कहा, “हमने अप्रैल 2019 में हटाए गए नेटवर्क के कुछ लिंक के साथ संदिग्ध समन्वित अप्रमाणिक व्यवहार में हमारी आंतरिक जांच के हिस्से में इस गतिविधि को पाया, जिसका संबंध पाकिस्तान की पीआर कंपनी अल्फाप्रो से जुड़े लोगों से है.”

कुल मिलाकर, कंपनी ने मई के महीने में समन्वित अप्रमाणिक व्यवहार नेटवर्क पर अपनी नवीनतम कार्रवाई के तहत 123 संदेहजनक खातों, 77 इंस्टाग्राम खातों, 55 पेजों और 12 समूहों को हटा दिया है.

फेसबुक ने कहा, “हमने रूस में व्यक्तियों की ओर से सूडान में स्थानीय नागरिकों द्वारा संचालित 83 संदिग्ध फेसबुक अकाउंट, 30 पेज, छह ग्रुप और 49 इंस्टाग्राम अकाउंट को हटा दिया. इस नेटवर्क ने मुख्य रूप से सूडान को निशाना बनाया था.”

फेसबुक पिछले चार वर्षों में संदिग्ध पाए गए 150 से अधिक गुप्त रूप से चल रहे ऑपरेशन को हटा चुका है, जो भारत सहित 50 से अधिक देशों से चल रहे थे, और फेसबुक की नीतियों का उल्लंघन कर रहे थे.

फरवरी 2020 में, फेसबुक ने एक भारतीय डिजिटल मार्केटिंग फर्म, एरैप ग्लोबल द्वारा संचालित एक नेटवर्क को भी हटा दिया है.

भारतीय फर्म ने कई विषयों, खाड़ी क्षेत्र में राजनीति से लेकर कतर में 2022 फीफा विश्व कप तक पर ध्यान केंद्रित किया था.

फेसबुक ने कहा कि इस ऑपरेशन ने लोगों को समाचार आउटलेट के रूप में अपनी वेबसाइटों पर ले जाने का प्रयास किया और फेसबुक, इंस्टाग्राम, ट्विटर, यूट्यूब, रेडिट और मीडियम सहित लगभग एक दर्जन प्लेटफार्मों पर भरोसा बनाए रखने में मदद की.

आर्थिक रूप से प्रेरित व्यवहारों (ठगी) के बारे में जनता को सचेत करने के लिए 2020 में, फेसबुक ने भ्रामक रणनीति के खिलाफ अपनी कार्रवाई शुरू की.