ईयू ने गरीब देशों की मांग ठुकराई, वैक्सीन को बौद्धिक संपदा से मुक्त कराना स्थगित

Story by  मुकुंद मिश्रा | Published by  [email protected] • 2 Years ago
ईयू ने गरीब देशों की मांग ठुकराई, वैक्सीन को बौद्धिक संपदा से मुक्त कराना स्थगित
ईयू ने गरीब देशों की मांग ठुकराई, वैक्सीन को बौद्धिक संपदा से मुक्त कराना स्थगित

 

बीजिंग. स्थानीय समय के अनुसार 8 मई को दो दिन का यूरोपीय संघ सामाजिक शिखर सम्मेलन उत्तरी पुर्तगाल के पोटरे शहर में संपन्न हुआ. यूरोपीय संघ के सदस्य देशों के नेताओं ने महामारी-रोधी वैक्सीन को बौद्धिक संपदा बंधन से मुक्त कराने को स्थगित करने की आम सहमति जतायी.

यूरोपीय संघ की समिति की अध्यक्ष उसुर्ला वॉन डेर लेयेन ने संवाददाता सम्मेलन में कहा, “यूरोपीय संघ के सदस्य देशों के नेताओं को लगता है कि वर्तमान में महामारी-रोधी वैक्सीन को बौद्धिक संपदा बंधन से मुक्त कराना सबसे आपातकालीन बात नहीं है. यूरोपीय संघ के सदस्य देश और अन्य आपातकालीन मुद्दों का सामना कर रहे हैं. यूरोपीय संघ में वैक्सीन के उत्पादन में तेजी लाने, वैक्सीन के कुल उत्पादन को बढ़ाना और वैक्सीन का निष्पक्ष और उचित वितरण करना बहुत जरूरी है. वैक्सीन को बौद्धिक संपदा बंधन से मुक्त कराना महत्वपूर्ण है. लेकिन इस बात का निश्चय करने में मध्यम और अल्पावधि के बजाय लंबी अवधि देने की जरूरत है.”

उन्होंने कहा कि वर्तमान तक पूरे यूरोपीय संघ में लगभग 16 करोड लोग वैक्सीन की पहली खुराक ले चुके हैं, जिसका अनुपात यूरोपीय संघ की कुल जनसंख्या में 25 प्रतिशत है. यूरोपीय संघ वैक्सीन का उत्पादन में तेजी ला रहा है. इसीलिए वे यह लक्ष्य प्राप्त करने के लिए सुनिश्चित कर सकेंगे कि इस जुलाई टीका लेने वाले लोगों का अनुपात यूरोपीय संघ की कुल जनसंख्या में 70 प्रतिशत तक जा पहुंचे.

उन्होंने घोषणा की कि यूरोपीय संघ ने फाइजर कंपनी से वैक्सीन की खरीद पर नये अनुबंध पर हस्ताक्षर किया. इस अनुबंध के अनुसार वर्ष 2023 के अंत तक फाइजर कंपनी यूरोपीय संघ को वैक्सीन की 1.8 अरब खुराक मुहैया कराई जाएगी.

यूरोप की परिषद, यूरोपीय संसद व यूरोपीय आयोग के मुख्य नेताओं और यूरोपीय संघ के 24 सदस्य देशों के नेताओं ने पोटरे में इस शिखर सम्मेलन में भाग लिया, जबकि जर्मनी की प्रधानमंत्री एंजेला मार्केल समेत 3 देशों के नेताओं ने ऑनलाइन इस सम्मेलन में भाग लिया.

इस सम्मेलन के दौरान फ्रेंच राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रॉन, इटली के प्रधानमंत्री मारियो खींची और पुर्तगाल के प्रधानमंत्री कोस्टा ने वैक्सीन को बौद्धिक संपदा बंधन से मुक्त कराने को स्थगित करने का समर्थन किया.