यूक्रेन की सीमा पर फंसे भारतीयों को हंगरी, पोलैंड से रास्ते मदद पहुंचाने की कोशिश

Story by  मलिक असगर हाशमी | Published by  [email protected] • 2 Years ago
यूक्रेन की सीमा पर फंसे भारतीयों को हंगरी, पोलैंड से रास्ते मदद पहुंचाने की कोशिश
यूक्रेन की सीमा पर फंसे भारतीयों को हंगरी, पोलैंड से रास्ते मदद पहुंचाने की कोशिश

 

आवाज द वाॅयस /दिल्ली

रूस के यूक्रेन के खिलाफ सैन्य अभियान के बाद बिगड़ते हालात को देखते हुए भारत सरकार लगातार अपने नागरिकों को यूक्रेन से निकालने की कोशिश कर रही है. इस क्रम में विदेश मंत्रालय ने शुक्रवार को हंगरी, पोलैंड, स्लोवाकिया और रोमानिया में भारतीय नागरिकों को सहायता पहुंचाने की जानकारी दी. बताया गया कि यूक्रेन की सीमा में फंसे भारतीयों तक पहुंचने की कोशिश चल रही हैं.

उधर, एक दिन पहले  रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ बातचीत में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी भारतीय नागरिकों, खासकर छात्रों की सुरक्षा का मुद्दा उठाया.विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता बागची ने मंत्रालय की टीमों के बारे में जानकारी साझा की.

उन्होंने लिखा, ‘‘हंगरी, पोलैंड, स्लोवाकिया और रोमानिया में भारतीय दूतावास की टीमें यूक्रेन से भारतीय नागरिकों को निकालने के लिए यूक्रेन की सीमा पर पहुंच रही हैं.‘‘ उन्होंने कहा, ‘‘यूक्रेन में सीमा पर भारतीय नागरिक इन टीमों से संपर्क कर सकते हैं.

इसके लिए भारत सरकार ने यूक्रेन में फंसे भारतीय छात्रों की मदद के लिए 24 घंटे हेल्पलाइन नंबर जारी किया है. इसके लिए दिल्ली में कंट्रोल रूम बनाया गया है. ये नंबर  911123012113, 911123914104, 911123017905 और 1800118797 हैं.

भारतीय छात्र बेसमेंट में लेते हैं शरण

रूसी सीमा के पास सोमी शहर पर रूसी सैनिकों द्वारा कब्जा किए जाने के बाद कम से कम 400भारतीय छात्रों ने यूक्रेन में एक तहखाने में शरण ली है. भारत सरकार से उन्हें निष्कासित करने का आह्वान किया है. इनमें ज्यादातर सोमी स्टेट मेडिकल कॉलेज के छात्र हैं. उन्होंने कहा कि बाहर गोलियों की आवाज के कारण वह अपनी सुरक्षा को लेकर चिंतित हैं.

छात्र ललित कुमार ने बताया, ‘‘हम इस समय अपने छात्रावास के तहखाने में छिपे हुए हैं. हमें नहीं पता कि हम यहां कब तक सुरक्षित रहेंगे.‘‘ हम भारत सरकार से अपील करते हैं कि हमें यूक्रेन के पूर्वी हिस्से से निकाल दिया जाए.