आवाज- द वॉयस/ काठमाडूं/ एजेंसी
नेपाल में कोविड-19 से मरने वालों की संख्या 10,000 को पार कर गई है. हिमालयी राष्ट्र ने 14 मई, 2020 को वायरस से संबंधित पहली मौत दर्ज की थी. स्वास्थ्य और जनसंख्या मंत्रालय ने यहां यह जानकारी दी. मंत्रालय के अनुसार, वर्तमान में मरने वालों की संख्या 10,019 है.
नई मौतों में से दो-तिहाई महामारी की दूसरी लहर के दौरान या अप्रैल/मई के बाद हुई है.
पिछले 24 घंटों में, नेपाल ने भी 2,430 नए कोरोनोवायरस मामले दर्ज किए, जिससे देश भर में संक्रमण की संख्या 710,509 हो गई.
इसी तरह देशभर में कोरोना वायरस के सक्रिय मामले 34,942 पहुंच गए हैं. उनमें से 31,427 होम आइसोलेशन में हैं और 3,515 का संस्थागत आइसोलेशन में इलाज चल रहा है.
स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि कुल 732 मरीजों का गहन देखभाल इकाइयों में उपचार प्राप्त कर रहे हैं, जबकि 158 अन्य वेंटिलेटर सपोर्ट में हैं और 356 को क्वारंटीन किया गया है.
बड़े पैमाने पर कोविड से मरने वालों के शवों का प्रबंधन कर रही नेपाली सेना ने मंत्रालय द्वारा उपलब्ध कराए गए आंकड़ों की तुलना में थोड़ा ज्यादा आंकड़ा बताया है.
5 अप्रैल तक आई पहली लहर में नेपाल ने केवल 3,014 कोविड से मौत की सूचना दी. लेकिन पिछले पांच महीनों में कोविड की दूसरी लहर शुरू होने के बाद, नेपाल ने दो-तिहाई से ज्यादा मौतों या 7,000 से अधिक मौतों की सूचना दी.
सरकार ने जिस तरह से महामारी को संभाला है, स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने उसकी आलोचना की है.
हालांकि नेपाल कई प्रतिबंध, निषेधाज्ञा और लॉकडाउन लगाता रहा है, लेकिन नियमों के उल्लंघन के कारण नए मामलों का उभरना जारी है.
दूसरी लहर के बाद, सरकार ने बीमारी के खिलाफ आक्रामक टीकाकरण अभियान शुरू किया है.
स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, कुल 4,403,021 लोगों या 14.6 प्रतिशत आबादी को कोविड-19 के टीके की पहली खुराक मिली है, जिसमें से 2,208,055 या 7.3 प्रतिशत आबादी पूरी तरह से टीकाकरण करा चुकी है.
नेपाल को भारत, चीन, अमेरिका, जापान, भूटान से और कोवैक्स सुविधाओं के माध्यम से टीके प्राप्त हुए हैं.