चीन ने अमेरिका में अल्पसंख्यकों के प्रति भेदभाव पर बड़ी चिंता जतायी

Story by  एटीवी | Published by  [email protected] | Date 06-10-2022
चीन ने अमेरिका में अल्पसंख्यकों के प्रति भेदभाव पर बड़ी चिंता जतायी
चीन ने अमेरिका में अल्पसंख्यकों के प्रति भेदभाव पर बड़ी चिंता जतायी

 

बीजिंग. इधर के दो दिनों में यूएन मानवाधिकार परिषद की 51वीं बैठक में चीनी प्रतिनिधि ने अमेरिका में अल्पसंख्कों के प्रति भेदभाव पर बड़ी चिंता व्यक्त की और अमेरिका से अपने देश में मौजूद गंभीर नस्लभेद सवाल का निपटारा कर संजीदगी से दुर्बान घोषणा तथा कार्रवाई कार्यक्रम लागू करने का अनुरोध किया, ताकि जोर्ज फ्लाइड की दुखांत घटना फिर पैदा न हो.

आंकड़ों के अनुसार फ्लाइड की घटना के एक साल के बाद अमेरिकी पुलिस ने कम से कम 229 अफ्रीकी अमेरिकियों को मार डाला. इस साल से अफ्रीकी अमेरिकियों के प्रति अमेरिकी पुलिस ने कानूनी कार्रवाई करते समय कई बार अत्यंत क्रूरता बरती. इन दुखांतों से अमेरिकी किस्म वाले मानवाधिकार का पाखंड जाहिर हुआ है. वास्तव में अमेरिकी समाज में नस्लवाद की मजबूत जड़ जमी हुई है. पिछले 50 साल में इस संदर्भ में अमेरिका ने प्रगति प्राप्त नहीं की है.

कई विश्लेषकों के विचार में सिर्फ चुनाव के समय अमेरिकी राजनीतिज्ञ अल्पसंख्यकों के मुद्दों पर जरा ध्यान देते हैं. उनको नस्लवाद मौजूद होने की भूमि और विभिन्न तांत्रिक खामियों को दूर करने में कोई रूचि और प्रेरणा नहीं है. इस अगस्त में यूएन की नस्लवाद दूर करने की समिति ने अमेरिका में संबंधित अंतरराष्ट्रीय समझौते के कार्यांवयन की समीक्षा करते समय अमेरिका की आलोचना की थी. यूएन मानवाधिकार परिषद की 51वीं बैठक में शामिल विभिन्न पक्षों के प्रतिनिधियों ने अमेरिका से घरेलू व्यवस्थित नस्लभेद से निबटने के लिए ठोस कदम उठाने का अनुरोध भी किया.

अंतरराष्ट्रीय समुदाय की आलोचना के सामने अमेरिका को आनाकानी नहीं करनी चाहिए. उसे देश में नस्लभेद से भरे कानून, नीतियों की जांच कर उन को सुधारना और कानूनी कार्रवाईयों में हिंसक घटना की पूरी तरह जांच करनी चाहिए.