क्वाड पर चीन ने सीमा रेखा पार कर लीः बांग्लादेश के विदेश मंत्री

Story by  मुकुंद मिश्रा | Published by  [email protected] • 2 Years ago
बांग्लादेश के विदेश मंत्री एके अब्दुल मोमन (एल) ढाका के राज्य अतिथि गृह में मीडिया को संबोधित करते हुए
बांग्लादेश के विदेश मंत्री एके अब्दुल मोमन (एल) ढाका के राज्य अतिथि गृह में मीडिया को संबोधित करते हुए

 

ढाका. बांग्लादेश के विदेश मंत्री एके अब्दुल मोमन (एल) राज्य अतिथि गृह पद्मा में एक मीडिया सम्मेलन को संबोधित करते हैं.

बांग्लादेश के विदेश मंत्री एके अब्दुल मोमन ने मंगलवार को कहा कि चीन ने क्वाड की बात करते हुए सीमा रेखा पार कर ली है.

विदेश मंत्री मंगलवार को राजधानी में स्टेट गेस्ट हाउस पद्मा में चीनी राजदूत ली जिमिंग की हालिया टिप्पणियों के जवाब में एक मीडिया सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे.

मोमन ने कहा कि सरकार को अभी क्वाड के बारे में कोई फैसला नहीं करना है. इसके अलावा, बांग्लादेश एक स्वतंत्र देश है और वह एक संप्रभु देश के रूप में निर्णय लेगा.

बांग्लादेश में चीन के राजदूत ली जिमिंग ने सोमवार को कहा कि अगर बांग्लादेश अमेरिका के नेतृत्व वाली पहल में शामिल होता है, तो चीन के साथ बांग्लादेश के संबंध ‘काफी हद तक क्षतिग्रस्त‘ होंगे.

चीनी राजदूत ने सोमवार को पत्रकारों के साथ विचारों का आदान-प्रदान करने के लिए वर्चुअल बैठक में ये टिप्पणियां कीं.

चीन क्वाड (अमेरिका, जापान, भारत और ऑस्ट्रेलिया का एक रणनीतिक गठबंधन) चीन-विरोधी गठबंधन मानता है.

चीनी रक्षा मंत्री वेई फेंगहे ने पिछले महीने बांग्लादेश की यात्रा के दौरान क्वाड और आईपीएस (इंडो-पैसिफिक रणनीति) जैसे मुद्दों पर बांग्लादेश की सहायता भी मांगी थी.

चीन के अनुरोध के जवाब में बांग्लादेश ने क्या कहा, यह पूछने पर चीनी राजदूत ने जवाब नहीं दिया.

ली जिमिंग ने कहा कि चीन हमेशा इस बात को बनाए रखता है कि अमेरिका की अगुवाई वाला क्वाड चीन विरोधी एक छोटी सी पहल है. उन्होंने कहा, “मैं स्पष्ट रूप से कहना चाहता हूं कि पहल में सुरक्षा तत्व हैं, हालांकि इसे आर्थिक कहा जाता है.”

चीनी राजदूत ने बांग्लादेश को सतर्क करते हुए कहा कि इस तरह के ‘छोटे’ समूह या क्लब के साथ जुड़ने पर विचार करना बुद्धिमानी नहीं है. बांग्लादेश के साथ द्विपक्षीय संबंध काफी हद तक खराब हो जाएंगे, अगर वह पहल के साथ हाथ मिलाता है. 

इस पर मीडिया को संबोधित करते हुए, अब्दुल मोमन ने कहा कि हम एक स्वतंत्र और संप्रभु देश हैं. हमने अपनी विदेश नीति तय की है. कोई भी देश अपनी राय व्यक्त कर सकता है. लेकिन हम अपने देश के कल्याण के लिए मूलभूत सिद्धांत के आधार पर अपनी कार्रवाई का निर्णय करेंगे. चीनी राजदूत ने अपने देश के रुख के बारे में बात की है. वह जिस संगठन के बारे में बात कर रहा थे, उस संगठन ने अभी तक हमसे संपर्क नहीं किया है. यह थोड़ा ओवरस्टैपिंग था, लेकिन इस बारे में कहने के लिए हमारे पास कुछ खास नहीं है.

मंत्री ने आगे कहा, “आमतौर पर चीन अन्य देशों के मामलों में हस्तक्षेप नहीं करता है. मैंने उन्हें कभी किसी के साथ इतनी आक्रामक बातें करते नहीं सुना. यह खेद का विषय है. एक और देश यह तय करने की कोशिश कर रहा है कि हमें क्या करना चाहिए या क्या नहीं. देश के लिए जो भी फायदेमंद है, हम करेंगे.”

इस बारे में एक सवाल के जवाब में कि क्या चीनी राजदूत को उनकी टिप्पणी के लिए कोई संदेश दिया जाएगा. विदेश मंत्री ने कहा, “हम मीडिया को नहीं बताते कि हम क्या करते हैं. हमारे पास काम करने के तरीके हैं. हम जानते हैं कि हम क्या करेंगे. हम सब कुछ प्रकट नहीं कर सकते.”