दसू हमले के बाद पाकिस्तान से नाराज है चीनः शेख राशिद अहमद

Story by  मलिक असगर हाशमी | Published by  [email protected] • 2 Years ago
दसू हमले के बाद पाकिस्तान से नाराज है चीनः शेख राशिद अहमद
दसू हमले के बाद पाकिस्तान से नाराज है चीनः शेख राशिद अहमद

 

आवाज द वाॅयस /इस्लामाबाद
   
पाकिस्तान के गृह मंत्री शेख राशिद अहमद ने कहा है कि चीन हमसे थोड़ा नाराज है लेकिन दसू में चीनी कामगारों पर आत्मघाती हमले के बाद जल्दबाजी में दिए गए बयान से नाराज नहीं है. पाकिस्तानी मीडिया से बात करते हुए शेख राशिद ने कहा कि चीन को विश्वास में लेना बहुत जरूरी है, क्योंकि वे बेहद संवेदनशील लोग हैं.
 
गृह मंत्री ने कहा, ‘‘मुझे लगता है कि हमने बहुत जल्द एक बयान जारी किया है . आप जानते हैं, गृह मंत्रालय बयान जारी करने से पहले संस्थानों को विश्वास में लेता है और विदेश मंत्रालय को भी विश्वास में लेता है.‘‘ यह थोड़ी जल्दबाजी है, इसलिए वे थोड़े गुस्से में हैं.‘
 
गौरतलब है कि पिछले महीने की 14 तारीख को कोहिस्तान जिले के दसू बांध पर काम कर रहे चीनी कामगारों पर हुए हमले में नौ चीनी नागरिकों समेत 12 लोग मारे गए थे. घटना के अगले दिन पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा, ‘मैं भी ढाका गया था. घटना की आगे जांच की जा रही है.
 
शेख राशिद ने चीनी राजदूत नोंग रोंग के साथ अपनी हालिया मुलाकात का जिक्र करते हुए कहा कि चीनी अब खुश हैं कि हम दासू हमले में शामिल सभी आरोपियों तक पहुंच गए हैं. ‘‘अब चीन ने हमसे कहा है कि आरोपी को ऐतिहासिक सजा दी जानी चाहिए और बख्शा नहीं जाना चाहिए.‘‘
 
शेख राशिद ने बताया कि अब यह तय हो गया है कि चीन के सी-पैक को छोड़कर पाकिस्तान की सभी कंपनियों को सेना की सुरक्षा दी जाएगी. उन्होंने कहा कि सी-पैक से जुड़ी 40 चीनी कंपनियां पहले से ही सेना की सुरक्षा में हैं. हालांकि सी-पैक में 131 कंपनियां नहीं आती हैं. उन्हें सेना की सुरक्षा देने का भी फैसला किया है.चीनी कामगारों की सुरक्षा अब पहली प्राथमिकता है. वे सेना की सुरक्षा में बेहतर और सुरक्षित महसूस करते हैं.
 
इस्लामाबाद में कायदे आजम की तस्वीर के सामने फोटोशूट कराने वाले लड़के की गिरफ्तारी के संबंध में शेख राशिद ने कहा कि यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है कि समाज का बहुत पतन हो रहा है। यह पूछे जाने पर कि क्या इस्लामाबाद में पत्रकारों पर हमले में शामिल पात्रों को पकडने से ज्यादा जरूरी है कि तस्वीर के सामने खड़े लड़के को पकड़ा जाए, उन्होंने कहा, ‘‘हम पत्रकारों के मामलों पर भी काम कर रहे हैं.‘‘
 
पत्रकारों पर हमले के दोषियों को पकड़ने में हो रही देरी के बारे में बताते हुए उन्होंने कहा, ‘अभी तक सिर्फ दस्ताने वाले हाथ और नकाबपोश लोग ही पकड़े नहीं गए हैं. सभी पकड़े जाएंगे.अफगानिस्तान की स्थिति के बारे में बात करते हुए, गृह मंत्री ने कहा कि पाकिस्तान ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय को अफगानिस्तान से वापस लेने में मदद की थी, लेकिन फिर भी पाकिस्तान का नाम कहीं भी नहीं था.
 
शेख राशिद ने कहा कि पाकिस्तान ने अब तक अफगानिस्तान से हजारों लोगों को निकालने में मदद की है जिसमें करीब 1,500 लोगों को जमीन के रास्ते तोरखम से निकाला गया है. उन्होंने कहा कि इमरान खान की नीति सही है कि किसी भी हाल में अमेरिका को ठिकाना न दें.
 
यह पूछे जाने पर कि क्या 2001 में संयुक्त राज्य अमेरिका का समर्थन करने की मुशर्रफ की नीति गलत थी, शेख राशिद ने कहा कि यह निर्णय इस तथ्य पर आधारित था कि वह अभी भी मंत्री हैं. उस वक्त जनरल परवेज मुशर्रफ को डर था कि पाकिस्तान मुसीबत में पड़ सकता है.