बड़ी खबर: 11 महीने बाद अफगानिस्तान लौटे भारतीय अधिकारी, काबुल के दूतावास में तैनात की गई तकनीकी टीम
आवाज द वॉयस / नई दिल्ली
अफगानिस्तान से बड़ी खबर है. इस देश की राजधानी काबुल में भारतीय दूतावास के अधकारी 11 महीने बाद लौट आए हैं. काबुल के दूतावास में तकनीकी टीम को तैनात किया गया है, ताकि अफगानिस्तान में भारत की मानवीय सहायता परियोजनाओं की बेहतर समन्वय और निगरानी की जा सके.
अगस्त 2021 में तालिबानी शासन के आगमन के बाद, भारत ने अपने काबुल दूतावास से सभी भारतीय अधिकारियों को वापस बुला लिया था. अब भारतीय अधिकारियों के एक दल की 11 महीने बाद काबुल वापसी हुई है.
हाल ही में विदेश मंत्रालय के संयुक्त सचिव स्तर के एक अधिकारी के नेतृत्व में एक दल ने अफगानिस्तान का दौरा किया था. इस बीच, भारतीय राजदूतों ने अफगानिस्तान में तालिबान सरकार के विदेश मंत्री मोत्ताकी से भी मुलाकात की थी.
तालिबान के सत्ता में आने के बाद से काबुल में उथल-पुथल मची हुई है. भारत ने अफगानिस्तान में तालिबान सरकार के साथ बेहतर समन्वय के लिए मानवीय सहायता की खातिर भारत से काबुल दूतावास में एक तकनीकी टीम भेजी है. भारतीय तकनीकी टीम कल काबुल पहुंची और वहां दूतावास में तैनात कर दी गई.
आपको बता दें कि भारत ने इससे पहले मानवीय सहायता के लिए एक और टीम अफगानिस्तान भेजी थी. मानवीय सहायता और मानवीय कार्यों के वितरण की निगरानी के लिए टीम ने काबुल का दौरा किया.
इसके बाद टीम ने तालिबान के शीर्ष नेताओं से मुलाकात की. दौरे के दौरान भारत के एक मानवीय दल ने भी वहां सुरक्षा स्थिति की समीक्षा की. भारत और अफगान समाज के साथ संबंध बहुत पीछे है. अफगानिस्तान के लोगों को मानवीय सहायता सहित हमारी विकास साझेदारी हमारे दृष्टिकोण का मार्गदर्शन करना जारी रखेगी.
विदेश मंत्रालय ने कहा कि अफगान समाज के साथ भारत के लंबे समय से संबंध और अफगानिस्तान के लोगों के लिए मानवीय सहायता सहित दोनों देशों के बीच विकास साझेदारी आगे बढ़ने के दृष्टिकोण का मार्गदर्शन करना जारी रखेगी.
अफगानिस्तान की मदद के लिए भारत की भूकंप राहत सहायता की पहली खेप गुरुवार को काबुल पहुंच गई. भूकंप से प्रभावित अफगान नागरिकों की सहायता के लिए भारतीय टीम द्वारा खेप सौंपी गई है, जिसके बाद एक और खेप भेजी जाएगी.
विदेश मंत्रालय के आधिकारिक प्रवक्ता अरिंदम बागची ने एक ट्वीट में कहा, अफगानिस्तान के लोगों के लिए भारत की भूकंप राहत सहायता की पहली खेप काबुल पहुंचती है. वहां भारतीय टीम द्वारा सौंप दी गई है. आगे की खेप आने वाली है.
बागची के ट्वीट को रीट्वीट करते हुए विदेश मंत्री डॉ एस जयशंकर ने कहा, भारत एक सच्चा पहला उत्तरदाता है.अफगानिस्तान और पाकिस्तान के कुछ हिस्सों में बुधवार को 6.1 तीव्रता का भूकंप आया, जिसमें 1000 से अधिक लोगों की जान चली गई.
इस घटना पर, भारत ने अफगानिस्तान में आए दुखद भूकंप से प्रभावित पीड़ितों और उनके परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त की है. भारत ने कहा कि वह जरूरत की इस घड़ी में सहायता प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है.
आपदा तब आई है जब तालिबान के सत्ता में आने के बाद से अफगानिस्तान एक गंभीर आर्थिक संकट से जूझ रहा है. दो दशकों के युद्ध के बाद अमेरिकी नेतृत्व वाली अंतरराष्ट्रीय सेना वापस लौट गई है.