इमरान खान ने जब से पाकिस्तान की सत्ता संभाली है, कुछ भी अच्छा नहीं हो रहा है. पड़ोसी देश की सरकार हर मोर्चो पर विफल है. ऐसे में अपनी कमियां छुपाने और पाकिस्तानी जनता की आलोचना झेलने से बचने के लिए इमरान सरकार किसी न किसी बहाने भारत को घसीट लेती है.
इस समय पाकिस्तान में कोरोना बढ़ने लगा है. इसके सिंध प्रांत ने लॉकडाउन का ऐलान किया है. कुछ और जगहों पर स्मार्ट लॉक डाउन चल रहा है. मगर स्थिति पर नियंत्रण के लिए ठोस उपाय ढूंढने के बजाय इमरान सरकार कोरोना में लॉकडाउन करने और उद्यमियों को आर्थिक पैकेज और गरीबों को राहत देने के लिए भारत की आलोचना करने में लगी है. जबकि उसकी खुद की हालत कोरोना ने पतली कर दी है. महामारी की चौथी लहर फैलने के साथ पाकिस्तान की सारी व्यवस्था चरमरा गई हैं.
गौरतलब है कि भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की रेडियो पर ‘मन की बात’ की नकल करते हुए इमरान खान ने भी अपने देश वासियों से टेलीफोन पर सीधी बात का सिलसिला शुरू किया है. रविवार को इसी क्रम में अपने देश में लाॅक डाउन की वजह से गरीबों की परेशानियों का दुखड़ा रोते-रोते इमरान खान ने भारत का राग अलापना शुरू कर दिया. उन्होंने एक काॅलर के जवाब में कहा-‘‘भारत सरकार ने बिना सोचे-समझे लॉकडाउन कर दिया. भारत सरकार ने पैसे से उच्च वर्ग के बारे में सोचा.’’
दूसरी तरफ पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान खुद मान रहे हैं कि लॉकडाउन की वजह से उनके देश के गरीबों को मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है.प्रधानमंत्री इमरान खान ने लोगों के टेलीफोन पर किए गए सवालों का सीधा जवाब देते कहा कि पाकिस्तान में कोरोना की चौथी लहर आ गई है.
डेल्टा वेरिएंट सबसे खतरनाक है. पाकिस्तान कोरोना से निपटने के सर्वोत्तम उपायों में तीन देशों में से एक है.इमरान खान ने कहा कि रमजान के दौरान पाकिस्तान को छोड़कर पूरी दुनिया में मस्जिदें बंद रहीं. एसओपी में सबसे आसान तरीका मास्क पहनना है. जहां ज्यादा लोग हों मास्क पहनें.
उन्होंने कहा कि सिंध सरकार लॉकडाउन करने की कोशिश कर रही है, जबकि स्मार्ट लॉक डाउन का फैसला बिल्कुल सही है. हमें यह भी देखना है कि लॉक डाउन में गरीब कैसे रहेंगे. जब तक इस सवाल का जवाब नहीं दिया जाए लॉकडाउन कभी नहीं करना चाहिए.
प्रधानमंत्री इमरान खान ने कहा कि भारत सरकार ने बिना सोचे-समझे लॉक डाउन कर दिया. भारत सरकार ने पैसे से उच्च वर्ग के बारे में सोचा. हमारी अर्थव्यवस्था और आज के भारत के बीच के अंतर को देखो.
उन्होंने कहा कि सिंध सरकार के लिए संदेश है कि अगर वे लॉक डाउन करेंगे तो लोग भूखे रहेंगे. हमें किसी भी तरह से लॉक डाउन करके अपनी अर्थव्यवस्था को नष्ट नहीं करना चाहिए. देश की अर्थव्यवस्था एक कठिन दौर से बाहर आ गई है.
इमरान खान ने कहा कि शादी समारोहों और रेस्तरां में कोरोना वायरस तेजी से फैलता है, जबकि देश भर में 30 मिलियन लोगों को टीका लगाया गया है. उन्होंने विद्वानों को उनके पूर्ण सहयोग के लिए धन्यवाद दिया.
उन्होंने कहा कि जिन स्कूलों में शिक्षकों का टीकाकरण नहीं हुआ है, उन्हें बंद कर दिया जाए.महासंघ छोटा है, सभी काम प्रांतों के पास हैं.
प्रधानमंत्री ने कहा कि स्वतंत्र मीडिया देश के लिए वरदान है. स्वतंत्र पत्रकारिता और आलोचना देश के लिए जरूरी है. वे सत्ताधारी मीडिया से डरते हैं जिन्हें कानून तोड़ना है या भ्रष्टाचार करना है. चोर हमेशा डरता है.
फोन कॉल के दौरान एक नागरिक ने शिकायत की कि पंजाब सरकार प्रभावशाली लोगों को सब्सिडी दे रही है, जिस पर प्रधानमंत्री ने जवाब दिया कि वह इस मामले पर पंजाब सरकार से चर्चा करेंगे.
इमरान खान ने कहा कि ट्रंप धोखाधड़ी के आरोप को साबित नहीं कर सके क्योंकि अमेरिका के पास इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन सिस्टम है.उन्होंने कहा कि गर्मियों में लोड शेडिंग के कारण लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ता था, बर्फ पिघलनी चाहिए थी, लेकिन देरी से हमारे बांधों में 35 फीसदी कम पानी आया.
उन्होंने यह भी कहा कि पूरे पाकिस्तान से डाटा मिला है कि कितने घरों में कितनी आय है. डेटा दिखाएगा कि निम्न वर्ग को मुद्रास्फीति से बचाने के लिए, आटे की कीमत में वृद्धि से कौन से घर प्रभावित होंगे, प्रत्यक्ष सब्सिडी.
प्रधानमंत्री ने कहा कि खेल को जितना समय देना चाहिए था, वह समय नहीं दे पाए. मेरी ट्रिपल पीएचडी खेल में है. आर्थिक स्थिति के कारण खेल पर ध्यान नहीं दे सके. मैं अगले दो वर्षों में खेल पर पूरा जोर दूंगा. खेलों में पेशेवरों को लाओ.
पिछली सरकारों की आलोचना करते हुए उन्होंने कहा कि दो परिवारों ने देश का पैसा लूटा और संस्थानों को नष्ट किया. दोनों परिवारों ने बेशर्मी और बेरहमी से देश को लूटा. अब भी वही एनएबी है. अब उनकी चीख निकल गई है.
इमरान खान ने कहा कि यह पहली बार है कि एनएबी ने बड़े लोगों को पकड़ा है. जैसे एनएबी ने संस्थान को नष्ट कर दिया, वैसे ही अन्य संस्थानों को भी नष्ट कर दिया गया. पैसा लूटने के लिए संस्थान कमजोर किए गए.
नूर मुकद्दम मामले का जिक्र करते हुए पीएम इमरान खान ने कहा कि वह पहले दिन से ही नूर मुकद्दम मामले को देख रहे हैं.
नूर मुकद्दम मामला एक भयानक तरह का मामला है. अफगान राजदूत की बेटी के मामले का पालन करते हुए भी दंडित किया जाएगा. उनकी बेटी के मामले की तरह.उन्होंने कहा कि असली उपलब्धि तो अगली पीढ़ी के लिए है कि वह अभी से पर्यावरण की देखभाल करें. दस अरब पेड़ उनकी आने वाली पीढ़ियों के लिए लगाए जा रहे हैं, जबकि खेलों को बढ़ावा देने के लिए एक संस्था की स्थापना की जानी है.
उन्होंने कहा कि इस्लामाबाद मास्टर प्लान का उल्लंघन किया गया है. हरे-भरे इलाकों को नष्ट किया जा रहा है. इस्लामाबाद से मुर्री तक निर्माण शुरू हो गया है. लाहौर में पानी उतर गया है और जल्द ही कराची जैसे टैंकर माफिया आ जाएंगे.
इमरान खान ने कहा कि दुर्भाग्य से सिंध सरकार द्वीप के निर्माण की अनुमति नहीं दे रही है. सिंध सरकार ने बंडल द्वीप समूह के निर्माण को रोक दिया है.प्रधानमंत्री ने कहा कि 5 साल पूरे करने के बाद लोग आते-जाते हैं. मेट्रो चलानी कोई उपलब्धि नहीं.
असली उपलब्धि तो आने वाली पीढ़ियों के लिए कुछ करना है. हमने शहरों के लिए मास्टर प्लान नहीं बनाया है. हर शहर का मास्टर प्लान बनाएंगे. शहरों को शीर्ष पर लाने की कोशिश करेंगे.उन्होंने कहा कि लाहौर में भी जंगलों और झीलों का निर्माण किया जा रहा हैै. शहरों को और अधिक बनने से रोका जाना चाहिए, ताकि पानी जमा किया जा सके.
इमरान खान ने कहा कि इलेक्ट्रॉनिक मशीन लाने से सभी समस्याओं का समाधान हो जाएगा. इलेक्ट्रॉनिक मशीन होने से चुनाव खत्म होते ही परिणाम सामने आते हैं. कश्मीर में चुनाव में धांधली के आरोप प्रधानमंत्री आवास पर लगाए गए थे. वह बात नहीं कर रहे हैं.
प्रधानमंत्री ने कहा कि कश्मीर के बाद विपक्ष भी सियालकोट चुनाव हार गया.पहली बार ऐसी सरकार आई जो कह रही है कि चुनाव प्रक्रिया तय होनी चाहिए.
इनपुट : पाकिस्तान के जंग अखबार से