बलूचिस्तान: पाकिस्तानी सेना की फर्जी मुठभेड़ के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन

Story by  एटीवी | Published by  [email protected] | Date 24-07-2022
बलूचिस्तान: पाकिस्तानी सेना की फर्जी मुठभेड़ के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन
बलूचिस्तान: पाकिस्तानी सेना की फर्जी मुठभेड़ के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन

 

क्वेटा. जियारत में पाकिस्तानी सुरक्षा बलों द्वारा लापता बलूच लोगों की कथित फर्जी मुठभेड़ के खिलाफ तुरबत और बलूचिस्तान की प्रांतीय राजधानी क्वेटा में जमकर प्रदर्शन किया गया. मीडिया रिपोटरें से यह जानकारी सामने आई है. बलूचिस्तान पोस्ट ने सूचना दी कि, पीड़ितों के परिवारों ने क्वेटा में गवर्नर हाउस के सामने तीन दिवसीय धरना दिया और चेतावनी दी कि अगर दोषियों को सजा नहीं मिली, तो पूरे प्रांत में अनिश्चित काल के लिए विरोध प्रदर्शन किया जाएगा.

कथित फर्जी मुठभेड़ के पीड़ितों के लिए न्याय की मांग करते हुए सैकड़ों लोगों ने तख्तियां और बैनर लेकर तुरबत में मार्च किया. बीएनपी-मेंगल ने जियारत की घटना के खिलाफ दलबंदिन, डेरा अल्लाह यार, छाघी, नोशकी, तुर्बत और जाफराबाद में भी प्रदर्शन किया.

सोशल मीडिया पर लोगों ने फर्जी मुठभेड़ की निंदा की और अपराधियों को सजा दिलाने के लिए अभियान चलाया. बलूचिस्तान पोस्ट की रिपोर्ट के अनुसार पाकिस्तान में ट्विटर पर हैशटैग 'बलूच में नरसंहार बंद करो' घंटों ट्रेंड में रहा. 

पीड़ितों के परिवारों में वॉयस फॉर बलूच मिसिंग पर्सन्स, नेशनल डेमोक्रेटिक पार्टी और बलूच याकजेहटी कमेटी के कार्यकर्ता भी शामिल हुए. प्रदर्शनकारियों ने दावा किया कि जि़यारत की घटना में मारे गए नौ लोग लापता बलूची थे, जिन्हें पाकिस्तानी सुरक्षा बलों ने उठा लिया था. प्रदर्शनकारियों ने फर्जी मुठभेड़ के दोषियों को न्याय के कटघरे में लाने की मांग की.

परिवारों ने अपने जबरन गायब होने के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की थी, लापता व्यक्तियों की सूची में नाम दर्ज कराया और पाकिस्तान के लापता व्यक्तियों के लिए बने आयोग में उनके अपहरण के खिलाफ आवेदन दायर किया.

इसके अलावा, परिवारों ने क्वेटा में लापता व्यक्तियों के शिविर का भी दौरा किया और अपने प्रियजनों की सुरक्षित वापसी के लिए प्रदर्शनों में भाग लिया. बलूचिस्तान पोस्ट की रिपोर्ट के अनुसार, बलूचिस्तान के गृह मंत्री जिया लैंगोव ने भी पुष्टि की कि लापता व्यक्तियों की सूची में पांच लोगों के नाम थे.