तालिबान सरकार के गठन के बीच भारत और अबू धाबी ने चरमंथ से लड़ने का संकल्प दोहराया

Story by  मलिक असगर हाशमी | Published by  [email protected] | Date 04-09-2021
भारत और अबू धाबी ने चरमंथ से लड़ने का संकल्प दोहराया (फाइल फोटो )
भारत और अबू धाबी ने चरमंथ से लड़ने का संकल्प दोहराया (फाइल फोटो )

 

मलिक असरग हाशमी / नई दिल्ली 
 
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एवं अबू धाबी के क्राउन प्रिंस नेआतंकवाद और चरमपंथ से  मिलकर मुकाबला करने का संकल्प दोहराया है. दोनों इस बात पर सहमत थे कि दुनिया में आतंकवाद और चरमपंथ के लिए कोई जगह नहीं. इस तरह की ताकतों के खिलाफ अंतरराष्ट्रीय समुदाय के साथ खड़े होने के महत्व पर भी दोनों ने जोर दिया.
 
दोनों बड़े नेताओं का बयान ऐसे समय आया है, जब अफगानिस्तान में चरमंथी तालिबानियों की सरकार बनने जा रही है. आशंका है कि भविष्य में यह देश दुनिया का सबसे बड़ा आतंकवादियों का पनाहगाह साबित होगा. तालिबानियों के साथ सरकार बनाने में सक्रिय आतंकवादी संगठन अभी से भारत की ओर डेढ़ी नजरों से देखने लगे हैं. हाल का अलकायदा का बयान भी चिंता पैदा करने वाला है.
 
तालिबान भी कह चुका है कि कश्मीर का मुद्दा उठाना उसका अधिकार है. इसी बीच यह खबर भी आई कि कुछ आतंकवादी संगठन गुपचुप तरीके से तालिबान के नेताओं से मिलकर कश्मीर में नए सिरे से आतंकवादी गतिविधियां चलाने में सहयोग मांग रहे हैं.
 
ऐसे वक्त में अबू धाबी क्राउन प्रिंस का भारत के साथ मिलकर आतंकवाद और चरपंथियांे से लड़ने का संकल्प बेहद मानी रखता है.बहरहाल,प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अबू धाबी के क्राउन प्रिंस एचएच शेख मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान की कल देर रात काफी देर तक टेलीकाॅन पर बातचीत हुई.
 
इस दौरान दोनों नेताओं ने भारत-यूएई व्यापक रणनीतिक साझेदारी के तहत विभिन्न क्षेत्रों में द्विपक्षीय सहयोग में निरंतर प्रगति का सकारात्मक मूल्यांकन किया. इसके बाद पीएम मोदी ने ट्वीट किया, ‘‘महामहिम मोहम्मद बिनजायद के साथ एक बहुत ही उपयोगी टेलीकॉन था.
 
हमारी व्यापक रणनीतिक साझेदारी में प्रगति की समीक्षा की और हाल के क्षेत्रीय विकास पर चर्चा की. कोविड -19 के दौरान भारतीय समुदाय को यूएई के समर्थन की सराहना की. दुबई एक्सपो के लिए अपनी शुभकामनाएं दी.‘‘
 
विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा, ‘‘दोनों नेताओं ने भारत-यूएई व्यापक रणनीतिक साझेदारी के तहत विभिन्न क्षेत्रों में द्विपक्षीय सहयोग में निरंतर प्रगति का सकारात्मक आकलन किया.‘‘
विदेश मंत्रालय ने कहा, ‘‘प्रधानमंत्री ने कोविड-19 महामारी के दौरान भारतीय समुदाय के लिए यूएई के समर्थन की सराहना की.
 
उन्होंने दुबई में 1 अक्टूबर, 2021 से आयोजित होने वाले एक्सपो-2020 के लिए भी शुभकामनाएं दी.‘‘विदेश मंत्रालय के अनुसार, दोनों नेताओं ने साझा चिंता के क्षेत्रीय मुद्दों पर भी चर्चा की. विदेश मंत्रालय ने कहा, ‘‘वे इस बात पर सहमत हुए कि दुनिया में आतंकवाद और चरमपंथ के लिए कोई जगह नहीं है. इस तरह की ताकतों के खिलाफ अंतरराष्ट्रीय समुदाय के साथ खड़े होने के महत्व पर जोर दिया.‘‘ 
 
इनपुटः एएनआई