अफगानिस्तानः तालिबानी राज में 50 फीसदी निजी शिक्षा केंद्र बंद

Story by  राकेश चौरासिया | Published by  [email protected] • 2 Years ago
तालिबानी राज में 50 फीसदी निजी शिक्षा केंद्र बंद
तालिबानी राज में 50 फीसदी निजी शिक्षा केंद्र बंद

 

काबुल. तालिबान के देश पर कब्जा करने के बाद से अफगानिस्तान में पिछले तीन महीनों के भीतर 50 प्रतिशत से अधिक निजी शिक्षा केंद्र बंद कर दिए गए हैं.

स्थानीय मीडिया ने निजी शिक्षा केंद्रों के एक संघ का हवाला देते हुए यह जानकारी दी.

संघ के अनुसार इन शिक्षण केन्द्रों के बंद होने का मुख्य कारण परिवारों की बिगड़ती आर्थिक स्थिति है. संघ के प्रमुख संजर खालिद ने कहा, ‘अफगानिस्तान में हो रहे परिवर्तनों के साथ, कई शैक्षणिक सुविधाओं (40से 50प्रतिशत) ने अपनी गतिविधियां बंद कर दीं. इसका कारण शैक्षिक केंद्रों में छात्रों की कम संख्या थी.’

कुछ छात्रों ने कहा कि लंबे समय की अवधि ने निरंतर शिक्षा के लिए उनके मनोबल को प्रभावित किया है.

टोलो न्यूज के अनुसार, एक छात्र शबाना हबीब यार ने कहा, ‘हम अभी भी एक ऐसे व्यक्ति बनने के लिए आशान्वित हैं, जो अपने देश की सेवा कर सके.’

एक छात्रा नजिया सरवरी ने कहा, ‘हमने पाठों के लिए प्रेरणा खो दी, क्योंकि यह अभी भी स्पष्ट नहीं है कि हम अगले साल स्कूल जा पाएंगे या नहीं.’

पश्चिमी काबुल के एक निजी शिक्षा केंद्र के प्रमुख मोहम्मद आरिफ जमाल ने कहा कि पिछले तीन महीनों में छात्रों की संख्या में पिछले महीनों की तुलना में 60फीसदी की गिरावट आई है.

उन्होंने कहा, ‘सरकार के पतन और इस्लामिक अमीरात के सत्ता में आने के बाद, छात्रों की संख्या में गिरावट आई, विशेष रूप से महिला छात्रों की संख्या गिरी.’

पिछले साल, 34 प्रांतों के 200,000 छात्रों ने विश्वविद्यालय प्रवेश परीक्षा में भाग लिया था. टोलो न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार, जब इस्लामिक अमीरात सत्ता में आया, तो देश भर के कई प्रांतों में लड़कियों के ग्रेड 7-12 में भाग लेने पर प्रतिबंध लगा दिया गया था.