पाकिस्तानी लड़कियां बेची जा रही खाड़ी देशों मेंः रिपोर्ट

Story by  राकेश चौरासिया | Published by  [email protected] | Date 28-08-2021
खाड़ी देशों में बिक रहीं पाकिस्तानी लड़कियां (प्रतीकात्मक चित्र)
खाड़ी देशों में बिक रहीं पाकिस्तानी लड़कियां (प्रतीकात्मक चित्र)

 

इस्लामाबाद. पाकिस्तान भर में लड़कियों का अपहरण तेजी से बढ़ रहा है और उनमें से ज्यादातर को या तो वेश्यावृत्ति के लिए मजबूर किया जाता है या खाड़ी देशों को बेच दिया जाता है.

पाकिस्तान के स्थानीय मीडिया ने यह जानकारी दी है.

अधिकार समूह सरीम बरनी ट्रस्ट ने कहा कि अकेले कराची में 2020में बच्चों के लापता होने के 800मामले दर्ज किए गए. इनमें से 234लड़कियां थीं, जो कि आंकड़ों का 27प्रतिशत है.

2021के पहले तीन महीनों में, पंजीकृत बच्चों की गुमशुदगी के मामलों की संख्या 233है. इनमें से 74लड़कियां हैं जो इसे 31प्रतिशत से अधिक बनाती हैं.

हालांकि रिकॉर्ड के अनुसार कई अपहृत बच्चों को बरामद कर लिया गया है, लेकिन बड़ी संख्या का अभी भी पता नहीं चल पाया है.

अधिकार कार्यकर्ताओं ने अपर्याप्त प्रतिक्रिया और पीड़ित परिवारों के साथ सहयोग नहीं करने के लिए पुलिस पर आरोप लगाया है.

कई मीडिया रिपोर्टों से पता चलता है कि स्थिति न केवल कराची में है, बल्कि पंजाब के सरायकी बेल्ट और जिला रहीम यार खान की कहानी है.

रिपोर्ट में कहा गया है, “गरीबी के कारण, माता-पिता अपने बच्चों को एजेंटों या दलालों को बेच रहे हैं, जो उन्हें या तो वेश्यावृत्ति के लिए या खाड़ी देशों में बेचते हैं.”

ऐसे समय में जब देश में महिलाओं के खिलाफ अपराध बढ़ रहे हैं, नेताओं के गैर जिम्मेदाराना बयान मदद नहीं कर रहे हैं.

पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने शुक्रवार को कहा कि मोबाइल फोन के दुरुपयोग के कारण देश में यौन अपराध बढ़ रहे हैं.

द ट्रिब्यून ने शुक्रवार को खान के हवाले से कहा, “मोबाइल फोन के दुरुपयोग के कारण यौन अपराध बढ़ रहे हैं. हमें अपने बच्चों को सीरत-ए-नबी के सर्वोच्च गुणों के बारे में शिक्षित करने की जरूरत है.”

खान की टिप्पणी की सोशल मीडिया पर भारी आलोचना हुई है. यौन हिंसा के लिए असली दोषियों को जिम्मेदार नहीं ठहराने के लिए ट्विटर यूजर्स ने उनकी आलोचना की है.

उपनगरीय डेलीकेटियन, एक ट्विटर यूजर ने लिखा, “मेरे परिवार में हर किसी के पास एक मोबाइल फोन है. अब मुझे सावधान रहना होगा कि फोन उन्हें किसी का यौन उत्पीड़न न करें.”