नक्सलियों के गढ़ में मेहरे अंगेज खानम ने गढ़ा विकास,प्रधानमंत्री ने नवाजा

Story by  सेराज अनवर | Published by  [email protected] | Date 25-04-2022
नक्सली गढ़ में मुखिया ने गढ़ा विकास,प्रधानमंत्री ने मेहरे अंगेज खानम को नवाजा
नक्सली गढ़ में मुखिया ने गढ़ा विकास,प्रधानमंत्री ने मेहरे अंगेज खानम को नवाजा

 

सेराज अनवर/ पटना

बेहतरी का जज्बा हो और लगन से काम किया जाए तो समाज की तस्वीर बदली जा सकती है.मेहरे अंगेज खानम ने अपनी मेहनत और जुनून से यह कारनामा कर दिखाया .घोर नक्सल प्रभावित बिहार के इमामगंज प्रखंड के बिकोपुर पंचायत की मुखिया मेहरे अंगेज खानम पर आज न सिर्फ गया जिला बल्कि पूरा बिहार गर्व कर रहा है.

उन्होंने विकास की ऐसी बयार बहाई कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी उनके कायल हो गए.रविवार को जम्मू कश्मीर में आयोजित पंचायती राज दिवस समारोह के अवसर पर ऑन लाइन जुड़ कर प्रधानमंत्री ने मेहरे अंगेज खानम को दीन दयाल उपाध्याय पंचायत सशक्तिकरण पुरस्कार से सम्मानित किया.

with husband

पति के साथ महिला सरपंच


पीएम ऑनलाइन बिकोपुर पंचायत में आए और बदलाव के बारे में मुखिया से रूबरू हुए.इसके लिए पंचायत मुख्यालय स्थित इमामगंज बिकोपुर में भव्य मंच बनाया गया था.मंच पर 40लोगों के बैठने की व्यवस्था थी.साथ ही कार्यक्रम स्थल पर दो हजार लोग इस ऐतिहासिक पल के गवाह बने.

देश के 75वां अमृत महोत्सव में बिहार के गया जिले के इमामगंज प्रखंड के बिकोपुर पंचायत को पहली बार चयन किया गया.कभी नक्सलवाद के कारण बदनाम शेरघाटी अनुमंडल के बिकोपुर पंचायत को अब अपने सराहनीय कार्यों के लिए राष्ट्रीय पहचान मिल चुकी है. इसके लिए बेशक मेहरे अंगेज की जद्दोजहद ने कमाल किया है.जनसभा में बड़ी संख्या में जनप्रतिनिधि और ग्रामीण अपनी मुखिया को सम्मानित होते देखने पहुंचे.

bulding

मेहरे अंगेज खानम को क्यों मिला अवार्ड ?

दीनदयाल उपाध्याय पंचायत सशक्तिकरण पुरस्कार सेवाओं और सार्वजनिक वस्तुओं के वितरण में सुधार के लिए प्रत्येक स्तर पर पंचायती राज संस्थानों द्वारा किए गए अच्छे कार्य की मान्यता के लिए सबसे अच्छा प्रदर्शन करने वाले पंचायतों (जिला, मध्यवर्ती और ग्राम पंचायत) को दिया जाता है.

यह पुरस्कार पंचायतों में बेहतर कार्य के लिए चयनित मुखिया को पंचायती राज संस्थानों को दिया जाता है.बिकोपुर की मुखिया मेहरे अंगेज खानम ने सिंचाई व्यवस्था को दुरुस्त करने,जल-जीवन-हरियाली के तहत पौधारोपण एवं जल छाजन उपायों के अलावा सड़क,नाली निर्माण,पेयजल का बेहतर इंतेजाम,पंचायत भवन का निर्माण तथा सामाजिक सौहार्द का माहौल के साथ आदर्श पंचायत की स्थापना कर मिसाल कायम की है.

प्रधानमंत्री के प्रतिनिधि के तौर पर गया जिला पंचायती राज पदाधिकारी राजीव कुमार ने मेमेंटो और प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया.इस अवसर पर  जिला कार्यक्रम पदाधिकारी संदीप पांडेय,नवनिर्वाचित विधान परिषद सदस्य कुमार नागेंद्र उर्फ रिंकू यादव ,स्थानीय प्रखंड प्रमुख,बीडीओ, सीओ,पीओ, जीपीएस आदि अधिकारी भी मौजूद थे.

street

जर्जर सड़क का कायाकल्प

बिकोपुर में पहले नक्सलियों का था राज

बिहार-झारखंड सीमा पर स्थित बिकोपुर पहले नक्सली गतिविधियों के लिए जाना जाता था.अपना राज स्थापित करने के लिए नब्बे के दशक में नक्सलियों ने यहां खून की नदियां बहाई थीं .तीन-साढ़े तीन सौ लोग नक्सलियों के हाथों मारे गए थे.

नक्सलियों ने इमारत ए शरिया के दिवंगत अमीर ए शरीयत मौलाना नेजाम उद्दीन के पांच परिजन की भी हत्या सामूहिक कर दी थी.मौलाना निजाम का परिवार बिकोपुर का ही रहने वाला है.

बॉलीवुड के अभिनेता अली खान का परिवार आज भी नक्सली हिंसा के डर से निर्वासित जीवन जी रहा है.उनके परिवार के लोग भी नक्सली हिंसा के शिकार हुए थे.नक्सलवाद को लेकर बदनाम बिकोपुर अब पूरी तरह बदल चुका है.

यहां विकास की ऐसी गंगा बह रही है जिसकी चर्चा देश स्तर पर हो रही है.इसका श्रेय मेहरे अंगेज खानम को जाता है जिनकी गिनती आज देश की चुनिंदा मुखिया यानी सरपंच के रूप में हो रही है.

इलाके के लोग गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं कि उनकी मुखिया की अंथक मेहनत से उनकी पंचायत नाम रौशन कर रही है.मेहरे अंगेज खानम आवाज द वायस से कहती हैं कि विकास से किसी को भी हराया जा सकता है.इसमें कोई संदेह नहीं की मेहरे अंगेज परिवार ने विकास कार्य कर नक्सलवाद को घुटने टेकने पर मजबूर कर दिया है.

publice

मेहरे अंगेज पर हिंदू भी कर रहे गर्व

शुभम कुमार बताते हैं कि मेहरे अंगेज खानम ने धर्म और जात-पात से ऊपर उठ कर सभी के लिए विकास कार्य किया.मस्जिद का ख्याल रखा तो मंदिर को भी नजरअंदाज नहीं किया.शमशान घाट का निर्माण इतना बेहतर कराया है कि जितना आभार व्यक्त किया जाए कम है.

वह कहते हैं कि अमृत महोत्सव में मेरी पंचायत का चयन होने से हम लोगों को काफी गर्व हो रहा है. प्रधानमंत्री मुखिया से बात कर पंचायत की समस्या से रूबरू हुए यह हम लोगों के लिए  बहुत सम्मान की बात है.

बिकोपुर ग्रामीण संजीव कुमार कहते हैं कि इमामगंज प्रखंड मुख्यालय से बिकोपुर पंचायत 12 किलोमीटर दूर है लेकिन इस में चयन होने से दिल्ली से भी दूरी कम हो गई है. बिकोपुर निवासी श्रवण कुमार का कहना है कि  बड़ी सौभाग्य की बात है कि बिकोपुर पंचायत को अमृत महोत्सव में चयन होने से इस पंचायत का नाम पूरे देश में रौशन हुआ है.

बिकोपुर के ही ग्रामीण प्रमोद कुमार कहते हैं कि मेरे पंचायत के मुखिया ने जाति- धर्म से उपर उठकर पंचायत का विकास करने का काम किया है,जिसका परिणाम है कि आज मेरी पंचायत को अमृत महोत्सव में चयन किया गया है.

मेहरे अंगेज खानम के पति और मुखिया प्रतिनिधि रियासत नवाज बताते हैं कि ग्राम पंचायत बिकोपुर का नेतृत्व तीन बार समिति सदस्य बनकर किया.जब पंचायत की सीट जेनरल हुई तो मैंने अपनी पत्नी को 2016 में मुखिया का चुनाव लड़ाया.

तब हमें ग्राम पंचायत बिकोपुर की जनता ने आपार बहुमत से विजय बनाया. मैंने अपने पांच साल के कार्यकाल में बुनियादी सुविधाओं पर काम किया,जो हमारी पंचायत की उपलब्धि है. उन्होंने कहा की 2021 के त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में जनता ने पुनः सभी तरह के लोभ और जात-पात से ऊपर उठकर आशीर्वाद दिया. जिसमें आगे के काम करने लक्ष्य दवाई,पढ़ाई और सिंचाई पर करने की बात कही. साथ ही इस विशेष ग्राम सभा में सर्वसम्मति से कई योजनाएं स्वीकृति हुईं. स्वास्थ्य केंद्र निर्माण, खेल मैदान और बिकोपुर के मध्य विद्यालय उच्च विद्यालय में तब्दील हुआ.