पाकिस्तान के झूठ पर स्नेहा दुबे का करारा जवाब

Story by  मलिक असगर हाशमी | Published by  [email protected] | Date 25-09-2021
‘जम्मू-कश्मीर एवं लद्दाख हमारे थे, हैं और रहेंगे ’
‘जम्मू-कश्मीर एवं लद्दाख हमारे थे, हैं और रहेंगे ’

 

आवाज द वाॅयस / नई दिल्ली

संयुक्त राष्ट्र महासभा में भारत की पहली महिला सचिव स्नेहा दुबे ने पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान के झूठ का करारा जवाब दिया है. उन्होंने कहा कि आतंकवादियों को पनाह देना, सहायता करना और उन्हें उकसाना पाकिस्तान के इतिहास और नीति का हिस्सा है. जम्मू-कश्मीर और लद्दाख हमारे थे, हैं और रहेंगे.

संयुक्त राज्य अमेरिका की अपनी तीन दिवसीय यात्रा के अंतिम दिन, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी संयुक्त राष्ट्र महासभा को संबोधित करेंगे. इससे पहले भारत ने कश्मीर पर पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान के बयान का करारा जवाब दिया है. भारत ने स्पष्ट किया कि जम्मू-कश्मीर और लद्दाख भारत का हिस्सा हैं.

भारत ने कहा कि आतंकवादियों को पनाह देना, सहायता करना और उन्हें उकसाना पाकिस्तान के इतिहास और नीति का हिस्सा है. इस बात पर जोर दिया गया कि अवैध कब्जे वाला हिस्सा भी भारत का ही है.

भारत ने संयुक्त राष्ट्र को बताया कि जम्मू-कश्मीर और लद्दाख भारत का अभिन्न और अविभाज्य हिस्सा थे, हैं और रहेंगे.पाकिस्तान के प्रमुख इमरान खान द्वारा संयुक्त राष्ट्र महासभा को एक रिकॉर्डेड संदेश भेजा गया था, जहां उन्होंने अपने भाषण में 13 बार कश्मीर का उल्लेख किया और  सेनानी सैयद अली शाह गिलानी के अंतिम संस्कार के बारे में झूठ फैलाने की कोशिश की.

संयुक्त राष्ट्र महासभा में भारत की पहली महिला सचिव स्नेहा दुबे ने कहा, ‘‘आज भी, मैंने पाकिस्तान के प्रधानमंत्री को आतंकवादी घटनाओं को सही ठहराने की कोशिश करते हुए सुना.‘‘ आतंकवाद की ऐसी रोकथाम आधुनिक दुनिया में स्वीकार्य नही.

उन्होंने कहा, ‘‘पाकिस्तान आग लगाने वाला है, जो खुद को आग बुझाने वाले यंत्र के तौर पर दिखा रहा है. पाकिस्तान में अल्पसंख्यक सरकार समर्थक अधिकारियों के डर और शोषण के साये में जी रहे हैं. उन्होंने कहा कि पाकिस्तान एक ऐसा देश है जिसे विश्व स्तर पर ‘आतंकवादियों को खुली बाहों, प्रशिक्षण और आर्थिक सहायता‘ के रूप में मान्यता मिली है.

पाकिस्तान के प्रमुख इमरान खान द्वारा संयुक्त राष्ट्र महासभा को भेजे गए रिकॉर्डेड संदेश कहा गया था कि ‘भारत से साथ शांति‘ की बात कही थी. साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि दक्षिण एशिया में शांति जम्मू-कश्मीर विवाद के समाधान पर निर्भर है. उन्होंने कहा, ‘‘भारत की जिम्मेदारी है कि वह पाकिस्तान के साथ सार्थक और उपयोगी जुड़ाव के लिए अनुकूल माहौल तैयार करे.‘‘